नई दिल्ली : वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदम्बरम (Senior Congress leader p chidambaram) ने नोटबंदी को लेकर शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार को निशाना बनाया एवं नकदी का चलन बढ़ने का हवाला देते हुए उसके (नोटबंदी के) लक्ष्यों को लेकर सवाल उठाया.
चिदम्बरम ने ट्वीट किया, 'कुख्यात नोटबंदी के पांच साल हो गये, मोदी सरकार की लोकलुभावन घोषणाओं की स्थिति क्या है?' उन्होंने लिखा , 'श्रीमान् (नरेंद्र) मोदी ने पहले कहा कि हमें बेनकदी अर्थव्यवस्था बनना चाहिए. कुछ ही दिनों में उन्होंने अहसास किया कि यह बेतुका लक्ष्य है. उन्होंने लक्ष्य बदलकर उसे कम नकदी वाली अर्थव्यवस्था कर दिया. नोटबंदी के दौरान 18 लाख करोड़ रूपये चलन में थे और अब वह 28.5 लाख करोड़ रूपये है.'
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, 'ऊंची बेरोजगारी एवं मुद्रास्फीति की मार, गरीब एवं मध्यवर्ग कम नकद कमाते हैं और कम खर्च करते हैं. हम वाकई कम नकदी वाली अर्थव्यवस्था बन गये हैं. थ्री चीयर्स.' नोटबंदी के पांच साल बाद चलन में नोट धीरे-धीरे लेकिन बढ़ते रहे. हालांकि डिजिटल भुगतान में भी वृद्धि हुई और अधिकाधिक लोग बेनकदी भुगतान तरीके को अपना रहे हैं.
मुख्य रूप से पिछले वित्त वर्ष में नोट चलन में बढ़े क्योंकि कई लोगों ने कोविड-19 महामारी के बीच एहतियात के तौर पर नकद को रख लिया. इस महामारी ने सामान्य जनजीवन एवं आर्थिक गतिविधियों पर असर डाला.