नई दिल्ली : विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने रविवार को कहा कि भारत ने चीन के वार्ताकारों के साथ बातचीत के दौरान सदैव इस बात पर बल दिया है कि सामान्य द्विपक्षीय संबंध सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति का आधार है.
श्रृंगला ने कहा कि दुनिया में चीन दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और भारत का उसके साथ बहुत महत्वपूर्ण व्यापारिक संबंध है. उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत को इस पड़ोसी देश के साथ आर्थिक संबंधों पर काम जारी रखना है, लेकिन ऐसा उन महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रगति की बुनियाद पर होगा जो दोनों देशों के लिए राजनीतिक रूप से अहम है.
पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर हाल की अशांति का जिक्र करते हुए श्रृंगला ने एशिया इकोनॉमिक डायलॉग में कहा कि चीनी वार्ताकारों के साथ बातचीत में हमने हमेशा कहा है कि सामान्य द्विपक्षीय संबंध सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति का आधार है.
उन्होंने पुणे इंटटरनेशल सेंटर द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के ऑनलाइन सत्र में कहा कि यह बिल्कुल जरूरी है और यह एक ऐसी चीज है, जिसे दोनों पक्षों ने अपनी संधि बाध्यताओं के हिस्से के रूप में स्वीकार किया है.
उन्होंने कहा कि अब जब हमारे (दोनों देशों के) सैनिक पीछे हट रहे हैं तथा सीमा पर टकराव के कुछ क्षेत्रों में समाधान की दिशा में प्रगति हुई है, तो हमें यह देखना होगा कि और क्या करने की जरूरत है.