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कलेक्टर होने के बावजूद शास्त्रीय नृत्य से मोहा सबका मन - A. Geetha is also a Bharathanatyam performer

ए. गीता ने जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी और 'कथकली' के प्रति अपने शौक के बीच तालमेल बनाए रखा है. वह केरल के वायनाड की डीएम हैं. उन्होंने यहां के वल्लियूरकावु में एक मंदिर में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में कथकली नृत्य का प्रदर्शन (A Geetha performed Kathakali in a temple festival at Valliyoorkavu Wayanad) किया, जिसके पहले दिन उन्होंने नलचरितम प्रदर्शन में 'दमायंथी' का किरदार निभाया.

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Published : Mar 28, 2022, 3:52 PM IST

वायनाड : अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद केरल की यह कलेक्टर सरकारी जिम्मेदारी के साथ-साथ अपने शौक को भी वक्त देती (Wayanad Dist Collector A Geetha showcased her expertise in Kathakali) हैं. यह सरकारी अधिकारी वायनाड जिले की कलेक्टर ए. गीता हैं. ए गीता ने जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी और 'कथकली' के प्रति अपने शौक के बीच तालमेल बनाए रखा है. उन्होंने यहां के वल्लियूरकावु में एक मंदिर में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में कथकली नृत्य का प्रदर्शन (A Geetha performed Kathakali in a temple festival at Valliyoorkavu Wayanad) किया, जिसके पहले दिन उन्होंने नलचरितम प्रदर्शन में 'दमायंथी' का किरदार निभाया.

कलेक्टर होने के बावजूद शास्त्रीय नृत्य से मोहा सबका मन

यह ए. गीता का पहला मंचीय प्रदर्शन (A Geetha first stage performance in wayanad kerala) था, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि उन्होंने इस भूमिका को काफी सहजता से निभाया है. गीता कथकली वादक कोट्टक्कल के सी.एम. उन्नीकृष्णन की शिष्या (Geetha is a disciple of Kathakali maestro Kottakkal C M Unnikrishnan) हैं. गीता रात के वक्त कई घंटों तक अभ्यास करती हैं और व्यस्त कार्यों के बीच कुछ वक्त अपने शौक पूरे करने के लिए निकालती हैं. ए. गीता एक भरतनाट्यम कलाकार भी (A. Geetha is also a Bharathanatyam performer) हैं और उन्होंने कई बार उन्होंने मंच पर इस नृत्य का प्रदर्शन भी किया है.

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ए. गीता ने बताया, 'वायनाड के सबसे बड़े मंदिर उत्सवों में अपना पहला प्रदर्शन करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. मैं एक भरतनाट्यम नर्तकी भी हूं और अभी कथकली सीखना शुरू किया है. मैं भाग्यशाली खुद को मानती हूं कि कथकली सिखने के दौर में ही मुझे प्रस्तुति देने का मौका मिला.'

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