नई दिल्ली: उत्तराखंड देश में यूसीसी यानी समान नागरिक संहिता लागू करने वाला पहला राज्य बन सकता है. राज्य के मुख्यमंत्री ने भी प्रधानमंत्री समेत सभी वरिष्ठ मंत्रियों से मुलाकात की और इस ड्राफ्ट के बारे में जानकारी दी. इस मुद्दे पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तराखंड के राज्य प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा कि समान नागरिक संहिता के हिसाब से देखा जाए तो ये महिलाओं के हक की लड़ाई है.
उन्होंने कहा कि महिलाओं को समान अधिकार मिलना चाहिए. महिलाओं को संपत्ति में अधिकार होना चाहिए. महिलाओं की शादी की उम्र एक होनी चाहिए. वोट देने के अधिकार एक होने चाहिए. ऐसी इसमें अनेक बातें हैं, जो महिलाओं के हित के लिए हैं. लेकिन कुछ लोगों ने इसे हिंदू मुसलमान का मुद्दा बना दिया है, जो देश की प्रगति और विकास में बाधा डालना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि जो राजनीति करना चाहते हैं, वो इसे मुद्दा बना रहे हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने कहा कि इसमें मुस्लिम महिलाओं के उत्पीड़न को रोकने के लिए अनेक बातें हैं, मगर वो इस पर ध्यान नहीं दे रहे. उन्होंने कहा कि वो मुस्लिमों से पूछना चाहते हैं कि क्या वो देश को सरिया कानून से चलाएंगे. किसी ने चोरी कर ली, तो उनके हाथ काट दो, किसी ने देख लिया तो उसकी आंख फोड़ दो, तो क्या ऐसे देश चलता है.