नई दिल्ली :भारत के ओलंपिक पदक विजेताओं का सोमवार को यहां सम्मान समारोह में सरकार द्वारा भव्य तरीके से स्वागत किया गया. दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में आयोजित समारोह में सभी की निगाहें एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले देश के पहले खिलाड़ी नीरज चोपड़ा पर टिकी थी. सम्मान समारोह में खेल मंत्री ने उन्हें स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट की.
कांस्य विजेता पुरुष हॉकी टीम और चौथे स्थान पर रही महिला टीम दोनों ने होटल पहुंचने के बाद केक काटकर जश्न मनाया. चोपड़ा ने जहां भारतीय अभियान में स्वर्णिम चमक डाली तो वहीं भारोत्तोलक मीराबाई चानू और पहलवान रवि कुमार दहिया ने रजत पदक जीते.
पुरुष हॉकी टीम के अलावा मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन, शटलर पीवी सिंधु और पहलवान बजरंग पुनिया ने कांस्य पदक हासिल किए. लवलीना ने कहा कि मैं घर वापस आकर बहुत खुश हूं. मुझे पता था कि भारत में लोग बहुत खुश होंगे लेकिन यहां वापस आने के बाद पहली बार इतना प्यार पाकर बहुत अच्छा लग रहा है.
मैं इस तरह के और पदकों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगी. सिंधु और चानू समारोह में शामिल नहीं हुईं क्योंकि वे पहले ही भारत पहुंच गई थीं और उनके सम्मान में समारोह आयोजित हो गया था.
बजरंग ने कहा कि मैंने केवल अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की. समारोह में उपस्थित लोगों में केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री किरेन रीजीजू, खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक, सचिव (खेल) रवि मित्तल और भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान भी शामिल थे.
ठाकुर ने कहा कि टोक्यो 2020 में भारत के लिए कई ऐसी चीजें हुई जो ओलंपिक में पहली बार हुई. ओलंपिक में टीम इंडिया की सफलता इस बात को दर्शाती है कि कैसे नया भारत दुनिया पर हावी होने की इच्छा और आकांक्षा रखता है. यहां तक कि खेल में भी.