पुणे : चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने मंगलवार को कहा कि यूरोप में युद्ध, उत्तरी सीमाओं पर चीन की पीएलए की तैनाती और आस-पड़ोस में राजनीतिक और आर्थिक उथल-पुथल ये सभी भारतीय सेना के लिए एक अलग तरह की चुनौती पेश करते हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल अपनी सीमाओं की सुरक्षा, क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. सीडीएस महाराष्ट्र के पुणे में मंगलवार सुबह आयोजित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के 144वें कोर्स की पासिंग आउट परेड (पीओपी) की समीक्षा कर रहे थे.
सैन्य मामलों में एक नई क्रांति
जनरल चौहान ने कैडेटों को संबोधित करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय भू-राजनीतिक क्रम लगातार बदल रहे हैं. हम ऐसे समय में रह रहे हैं जब वैश्विक सुरक्षा की स्थिति अच्छी नहीं है. उन्होंने कहा कि हम ऐसे समय में रह रहे हैं जब वैश्विक सुरक्षा की स्थिति सबसे अच्छी नहीं है. सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा कि हम सैन्य मामलों में एक नई क्रांति भी देख रहे हैं, जो ज्यादातर तकनीक से संचालित है. भारत की सशस्त्र सेनाएं भी एक बड़े बदलाव की राह पर हैं. संयुक्तता, एकीकरण और रंगमंचीय कमानों का निर्माण करने की तैयारी में हैं.
महिला कैडेटों को बधाई
सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा कि मैं पासिंग-आउट कोर्स को बधाई देता हूं. मैं इस पुरुष गढ़ में सेंध लगाने के लिए महिला कैडेटों को बधाई देता हूं. मुझे खुशी है कि आपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए अपने पुरुष भाइयों के बराबर की जिम्मेदारी उठाने का चुनाव किया है.