देहरादून (उत्तराखंड):उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्श मदरसों के मॉर्डनाइजेशन पर जोर दे रहे हैं. वहीं उत्तराखंड में वक्फ बोर्ड ने राज्य के 117 वक्फ बोर्ड मदरसों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने का निर्णय लिया है. वहीं एनसीईआरटी पाठ्यक्रम में संस्कृत विषय को भी शामिल किया गया है. उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा कि मदरसों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने के लिए वक्फ बोर्ड की ईमानदार कोशिश है. जिसका लाभ आने वाले समय में मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को मिलेगा.
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड ने 117 मदरसों में NCERT पाठ्यक्रम लागू करने का लिया निर्णय, संस्कृति को भी किया शामिल - Dehradun latest news
Uttarakhand Waqf Board प्रदेश के 117 मदरसों में उत्तराखंड में वक्फ बोर्ड ने एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने का निर्णय लिया है.वहीं एनसीईआरटी पाठ्यक्रम में संस्कृत को भी शामिल किया गया है. उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्श का कहना है कि मदरसों के बच्चे अच्छी तालीम हासिल कर आगे जाकर डॉक्टर, इंजीनियर, फिलॉस्फर बनेंगे.
Published : Sep 13, 2023, 9:34 AM IST
|Updated : Sep 13, 2023, 9:40 AM IST
शादाब शम्श ने कहा कि 'पढ़ेगा भारत, तो बढ़ेगा भारत' उन्होंने कहा कि मदरसों के बच्चे इंग्लिश स्कूल में नहीं पढ़ सकते हैं क्या? वो भी मदरसों से निकल कर डॉक्टर, इंजीनियर, फिलॉस्फर बनेंगे. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने वक्फ बोर्ड को हर संभव मदद का भरोसा दिया है. उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा युवा नेतृत्व वाली धामी सरकार वक्फ बोर्ड की पढ़ाई के लिए हर संभव मदद कर रही है. शादाब शम्स ने कहा जब हमारे बच्चे हिंदी, अंग्रेजी गणित, विज्ञान, भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और अरबी पढ़ सकते हैं तो वो संस्कृत भी पढ़ सकते हैं.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हमें आश्वासन दिया है कि बच्चों को शिक्षित करने के लिए जो भी मदद की आवश्यकता होगी, सरकार उसके लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे मदरसों से निकल कर डॉक्टर, इंजीनियर, फिलॉस्फर बनेंगे, वे भी आगे बढ़ेंगे एपीजे अब्दुल कलाम का मार्ग चलेंगे और देश का नाम रोशन करने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि हम एक सकारात्मक पहल के साथ आगे बढ़ रहे हैं.