जयपुर :राजस्थान के जोधपुर के बासनी औद्योगिक क्षेत्र में मंगलवार देर शाम हुए हादसे को जोधपुर जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने कहा कि इस हादसे की बारीकी से पड़ताल की जा रही है. नगर निगम और जेडीए के इंजीनियर को मौके पर बुलाया गया है, जिससे हादसे के कारणों का पता चल सके.
अशोक गहलोत ने जताया दुख
राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि जोधपुर के बासनी फेज द्वितीय में निर्माणाधीन फैक्ट्री की छत गिरने से मजदूरों की मौत की जानकारी अत्यंत दुखद है. जिला कलेक्टर से बात कर घटना की जानकारी ले ली है. फंसे हुए मजदूरों को निकालने के लिए बचाव कार्य जारी है. स्थानीय पुलिस और प्रशासन घटनास्थल पर मौजूद हैं. पीड़ित परिवारों को सहायता राशि उपलब्ध करवा दी गई है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ सरकार पूरी तरीके से खड़ी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. हादसे की जांच संभागीय आयुक्त जोधपुर को सौंप दी गई है. प्रत्येक मृतक के परिवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष से दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है.
जोधपुर कलेक्टर ने कहा कि हादसे में कहीं ना कहीं क्रेन ऑपरेटिंग और अन्य कामों में लापरवाही रही है. इसको लेकर जिम्मेदार मालिक और ठेकेदारों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी. उन्होंने बताया कि हादसे में आठ लोगों की मौत हुई है, जिन्हें मुख्यमंत्री सहायता कोष से मुआवजा दिया गया है. घायलों को भी मुआवजा राशि दी जाएगी. वर्तमान में पांच घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है. इसके अलावा मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौजूद हैं.
यह है पूरा मामला...
बता दें, बासनी स्थित निर्माणाधीन फैक्ट्री में मंगलवार देर शाम को मैटेलिक छत लगाने का काम चल रहा था. इस दौरान क्रेन से छत का पिलर उलझ गया, जिससे करीब 50 से 60 फीट ऊंची दीवारें धड़ाधड़ गिर गई. इस दौरान मौके पर काम कर रहे 15 से ज्यादा कारीगर और मजदूर दब गए, जिनमें से आठ लोगों की मौत हो गई.