तिरुवनंतपुरम:विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) के निदेशक एस उन्नीकृष्णन नायर ने कहा इसरो ने मनुष्य को अंतरिक्ष में पहुंचाने के लिए गगनयान मिशन पर काम शुरू कर दिया है. यह मिशन अभी शुरुआती चरण में है. उन्नीकृष्णन ने कहा कि गगनयान के वर्तमान परीक्षण चरण को इसरो द्वारा 'G' स्तरीय परीक्षण कहा जाता है. इस चरण का 'जी' नाम प्रारंभ में गगनयान के पहले अक्षर के रूप में दिया गया है. उन्होंने बताया कि 'जी' स्तर के प्रयोग 7 चरणों में आयोजित किए जाएंगे. इसके तहत अंतरिक्ष में रॉकेटों का परीक्षण किया जाएगा. जी स्तर पूरा करने और एच स्तर तक परीक्षण पास करने के बाद इसरो वास्तविक गगनयान मिशन की तैयारी शुरू कर देगा. इसके लिए विभिन्न इसरो केंद्रों पर भी अध्ययन और गतिविधियां जारी हैं.
उन्होंने कहा कि 'गगनयान मिशन' अब अपने प्रारंभिक चरण में है. गगनयान मिशन का लक्ष्य इंसानों को पृथ्वी के 400 किलोमीटर अंदर भेजना और उन्हें सुरक्षित वापस लाना है. गगनयान उसी LVM 3 M4 रॉकेट का उपयोग करेगा, जिसका उपयोग चंद्रयान 3 को लॉन्च करने के लिए किया गया है. इसरो एलवीएम 3 एम4 रॉकेट लॉन्च करने को लेकर आश्वस्त है, जिसने सभी 7 मिशन सफलतापूर्वक लॉन्च किए हैं.
उन्नीकृष्णन नायर ने बताया कि गगनयान मिशन में पेलोड के अलावा मानव जीवन भी शामिल है. इसलिए इसरो गगनयान अंतरिक्ष मिशन में सुरक्षा पर अधिक ध्यान केंद्रित करता है. मनुष्यों को सुरक्षित रूप से अंतरिक्ष में भेजने और वापस लाने की प्रणाली विकसित करने पर प्रयोग चल रहे हैं. इसके लिए प्रक्षेपण यान में एक क्रू एस्केप सिस्टम जोड़ा जाएगा.