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पश्चिम बंगाल में नगर निकाय चुनावों में हिंसा की छिटपुट घटनाएं

पश्चिम बंगाल में 107 नगर निकायों के लिए रविवार को हो रहे मतदान में हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं. साथ ही दोपहर एक बजे तक करीब 49.91 प्रतिशत मतदान हुआ.

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पश्चिम बंगाल नगरपालिका चुनाव 2022 मतदान

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Published : Feb 27, 2022, 11:13 AM IST

Updated : Feb 27, 2022, 4:38 PM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल में 107 नगर निकायों के लिए रविवार को हो रहे मतदान में हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं. साथ ही दोपहर एक बजे तक करीब 49.91 प्रतिशत मतदान हुआ. राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि चुनाव 108 नगरपालिकाओं में होने थे लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने कुछ दिनों पहले कूचबिहार जिले के दिनहाटा में एक नगर निकाय चुनाव निर्विरोध जीत लिया. उन्होंने बताया कि मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चलेगा.

दोपहर एक बजे तक कड़ी सुरक्षा और कोविड-19 संबंधी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए 2,000 से अधिक वार्ड में 95.6 लाख मतदाताओं में से 49.91 प्रतिशत ने मतदान किया. राज्य निर्वाचन आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'हिंसा की छिटपुट घटनाएं दर्ज की गयी. हमें कुछ इलाकों से मतदान में बाधा पहुंचने की खबरें मिलीं और हमने उन पर कार्रवाई की.'

उत्तर 24 परगना जिले में बराकपुर और दम दम नगरपालिकाओं में कुछ मतदान केंद्रों पर कतारों में बाहरी लोग भी खड़े पाए गए. भाटपाड़ा नगरपालिका में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों के बीच छिटपुट झड़पों से स्थिति तनावपूर्ण रही. भाजपा सांसद अर्जुन सिंह जब भाटपाड़ा नगपालिका के कुछ वार्डों में गए तो उनकी टीएमसी सदस्यों से तीखी नोंकझोंक हुई.

एक भाजपा प्रत्याशी ने यह आरोप लगाते हुए एक ईवीएम तोड़ दी कि एक वार्ड में टीएमसी सदस्यों ने इससे छेड़छाड़ की है. बहरहाल, टीएमसी ने आरोपों से इनकार किया है. सिंह ने मांग की कि पश्चिम बंगाल में स्थानीय निकाय चुनाव भी भारत के निर्वाचन आयोग के अधीन कराए जाए. उन्होंने पत्रकारों से कहा, एसईसी तृणमूल कांग्रेस की एजेंसी बन गयी है. हमें लगता है कि नियमों में संशोधन की मांग करने का वक्त आ गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जाए कि मतदान लोकतंत्र का उपहास न बनकर रह जाए.

मुर्शिदाबाद जिले में कांग्रेस नेता अधीर चौधरी को मीडिया में कांग्रेस तथा वाम मोर्चे के उम्मीदवारों की पिटायी की खबरें आने पर एक इलाके से दूसरे इलाके की ओर भागते देखा गया. बहरामपुर नगरपालिका में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने चौधरी की कार के सामने प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि वह तृणमूल कांग्रेस के चुनावी एजेंटों को धमकाने और मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए एक बूथ से दूसरे बूथ जा रहे हैं.

लोकसभा में कांग्रेस के नेता चौधरी ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि वह बहरामपुर के निवासी हैं और उन्हें शहर में घूमने का अधिकार है. राजपुर-सुनारपुर नगरपालिका में अज्ञात गुंडों ने एक मतदान केंद्र को लूटा और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन क्षतिग्रस्त कर दी. एसईसी ने इस मामले में एक रिपोर्ट मांगी है. उत्तर 24 परगना के कई नगर निकाय इलाकों में मोटरसाइकिल पर सवार राजनीतिक कार्यकर्ताओं को सड़कों पर घूमते तथा मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर जाने से कथित तौर पर रोकते हुए देखा गया.

उत्तर दम दम नगरपालिका क्षेत्र में एक निजी चैनल के रिपोर्टर और एक कैमरापर्सन से मारपीट की गई. हुगली जिले के आरामबाग इलाके में वाम मोर्चे के उम्मीदवारों की कथित तौर पर टीएमसी से जुड़े लोगों ने पिटाई की. बहरहाल, सत्तारूढ़ पार्टी ने इससे इनकार किया है.

मालदा जिले में इंग्लिश बाजार नगरपालिका के वार्ड चार, आठ और 12 में स्थिति थोड़ी तनावपूर्ण रही लेकिन पुलिस ने जल्द ही हालात पर काबू पा लिया. वार्ड नंबर आठ के भाजपा उम्मीदवार संजय शर्मा ने आरोप लगाया कि रामकृष्ण मिशन स्कूल में मतदान केंद्रों पर टीएमसी ने कब्जा कर लिया. सत्तारूढ़ पार्टी ने इससे इनकार किया. कांग्रेस नेता ईशा खान चौधरी ने आरोप लगाया कि टीएमसी समर्थक पार्टी के वार्ड 15 के प्रत्याशी को मतदान केंद्र संख्या 155 में घुसने नहीं दे रहे.

जलपाईगुड़ी नगरपालिका के वार्ड 12 में कांग्रेस प्रत्याशी नारायण चंद्र सरकार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें एक बूथ से बाहर कर दिया जबकि टीएमसी सदस्य अपनी पार्टी के उम्मीदवार के लिए वहीं पर प्रचार कर रहे थे. टीएमसी के प्रदेश महासचिव कुनाल घोष ने अर्जुन सिंह और अधीर चौधरी पर मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, राज्य में 108 नगरपालिकाओं में 11,280 मतदान केंद्रों में से केवल 0.2 प्रतिशत केंद्रों से अनियमितताओं का आरोप है और इसकी भी पुष्टि करने की आवश्यकता है.

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कई बूथ के बाहर लोगों की लंबी कतारें देखी गयीं. लोग मतदान के लिए सुबह के समय बड़ी संख्या में पहुंचे. निकाय चुनावों के लिए कुल 44,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. प्रत्येक बूथ में कम से कम एक सशस्त्र पुलिस कर्मी तैनात किया गया है. कुल 135 पर्यवेक्षक मतदान पर करीबी नजर रख रहे हैं. इन चुनावों में करीब 95.6 लाख मतदाता 8,160 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला करेंगे. मतगणना दो मार्च को होगी. इन चुनावों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी, वाम मोर्चा तथा कांग्रेस से है. टिकट न मिलने के कारण कई टीएमसी नेता निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं.

गौरतलब है कि 103 वार्ड में मतदान नहीं कराया गया क्योंकि प्रत्येक वार्ड में केवल एक उम्मीदवार ने ही नामांकन दाखिल किया था और उन्हें निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया गया. इनमें से लगभग सभी वार्डों पर टीएमसी ने जीत दर्ज की.

Last Updated : Feb 27, 2022, 4:38 PM IST

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