कोलकाता : पश्चिम बंगाल में 107 नगर निकायों के लिए रविवार को हो रहे मतदान में हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं. साथ ही दोपहर एक बजे तक करीब 49.91 प्रतिशत मतदान हुआ. राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि चुनाव 108 नगरपालिकाओं में होने थे लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने कुछ दिनों पहले कूचबिहार जिले के दिनहाटा में एक नगर निकाय चुनाव निर्विरोध जीत लिया. उन्होंने बताया कि मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चलेगा.
दोपहर एक बजे तक कड़ी सुरक्षा और कोविड-19 संबंधी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए 2,000 से अधिक वार्ड में 95.6 लाख मतदाताओं में से 49.91 प्रतिशत ने मतदान किया. राज्य निर्वाचन आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'हिंसा की छिटपुट घटनाएं दर्ज की गयी. हमें कुछ इलाकों से मतदान में बाधा पहुंचने की खबरें मिलीं और हमने उन पर कार्रवाई की.'
उत्तर 24 परगना जिले में बराकपुर और दम दम नगरपालिकाओं में कुछ मतदान केंद्रों पर कतारों में बाहरी लोग भी खड़े पाए गए. भाटपाड़ा नगरपालिका में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों के बीच छिटपुट झड़पों से स्थिति तनावपूर्ण रही. भाजपा सांसद अर्जुन सिंह जब भाटपाड़ा नगपालिका के कुछ वार्डों में गए तो उनकी टीएमसी सदस्यों से तीखी नोंकझोंक हुई.
एक भाजपा प्रत्याशी ने यह आरोप लगाते हुए एक ईवीएम तोड़ दी कि एक वार्ड में टीएमसी सदस्यों ने इससे छेड़छाड़ की है. बहरहाल, टीएमसी ने आरोपों से इनकार किया है. सिंह ने मांग की कि पश्चिम बंगाल में स्थानीय निकाय चुनाव भी भारत के निर्वाचन आयोग के अधीन कराए जाए. उन्होंने पत्रकारों से कहा, एसईसी तृणमूल कांग्रेस की एजेंसी बन गयी है. हमें लगता है कि नियमों में संशोधन की मांग करने का वक्त आ गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जाए कि मतदान लोकतंत्र का उपहास न बनकर रह जाए.
मुर्शिदाबाद जिले में कांग्रेस नेता अधीर चौधरी को मीडिया में कांग्रेस तथा वाम मोर्चे के उम्मीदवारों की पिटायी की खबरें आने पर एक इलाके से दूसरे इलाके की ओर भागते देखा गया. बहरामपुर नगरपालिका में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने चौधरी की कार के सामने प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि वह तृणमूल कांग्रेस के चुनावी एजेंटों को धमकाने और मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए एक बूथ से दूसरे बूथ जा रहे हैं.
लोकसभा में कांग्रेस के नेता चौधरी ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि वह बहरामपुर के निवासी हैं और उन्हें शहर में घूमने का अधिकार है. राजपुर-सुनारपुर नगरपालिका में अज्ञात गुंडों ने एक मतदान केंद्र को लूटा और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन क्षतिग्रस्त कर दी. एसईसी ने इस मामले में एक रिपोर्ट मांगी है. उत्तर 24 परगना के कई नगर निकाय इलाकों में मोटरसाइकिल पर सवार राजनीतिक कार्यकर्ताओं को सड़कों पर घूमते तथा मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर जाने से कथित तौर पर रोकते हुए देखा गया.