भोपाल :विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files) बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन कर रही है. 11 दिन में फिल्म ने करीब 167 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फिल्म अच्छा प्रदर्शन कर रही है, लेकिन फिल्म को लेकर विवाद भी सामने आ रहे हैं. मध्य प्रदेश के एक आईएएस नियाज खान ने फिल्म को लेकर कई सवाल उठाए साथ ही ट्वीट किया कि 'कश्मीर फाइल्स' की कमाई 150 करोड़ तक पहुंच गई है, ग्रेट. लोगों ने कश्मीरी ब्राह्मणों की भावनाओं का बहुत सम्मान दिया है. मैं फिल्म निर्माता का सम्मान करूंगा अगर वह सारी कमाई ब्राह्मण बच्चों की शिक्षा और कश्मीर में उनके लिए घरों के निर्माण के लिए दें. यह महान दान होगा.'
'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने इस पर प्रतिक्रिया दी है साथ ही सुझाव दिया कि उन्हें इस बात पर चर्चा के लिए मिलना चाहिए कि नियाज खान ने जो किताबें लिखीं हैं उनकी रॉयल्टी और उनकी आईएएस स्थिति कैसे मदद कर सकती है.
विवेक अग्निहोत्री ने आईएएस नियाज खान को टैग करते हुए ट्वीट किया है, 'सर नियाज खान साहब, भोपाल आ रहा हूं 25 को, कृपया अप्वॉइंटमेंट दीजिए, जिससे आपसे मुलाकात हो सके.' उन्होंने आगे लिखा कि, 'आपके साथ बैठकर चर्चा करनी है कि हम अपनी फिल्म की कमाई और आप अपनी किताबों की रॉयल्टी और आईएएस की पावर से कैसे कश्मीर के लोगों की मदद कर सकते हैं.'
इससे पहले फिल्म में फिक्शन दिखाए जाने को लेकर विवेक अग्निहोत्री ने कहा था कि 'कुछ समूह कश्मीर को व्यापार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं. हमारी फिल्म ने इसे खत्म करने की कोशिश की है इसलिए, जिन लोगों को इसका फायदा हुआ, वे विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन आतंकवाद पर कोई विवाद नहीं हो सकता. हमने यह दिखाने की कोशिश की है कि जब आतंकवाद एक समुदाय में प्रवेश करता है और उसे समाज के एक हिस्से से वैचारिक समर्थन दिया जाता है, तो यह आपदा की ओर ले जाता है.'
'मुसलमानों के नरसंहार पर लिखेंगे किताब'
गौरतलब है कि आईएएस अधिकारी नियाज खान ने एक अन्य ट्वीट में लिखा था कि, अलग-अलग मौकों पर मुसलमानों के नरसंहार को दिखाने के लिए एक किताब लिखने की सोच रहा हूं, जिससे निर्माता कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्म बना सकें, और अल्पसंख्यकों के दर्द और पीड़ा को देशवासियों के सामने लाया जा सके.
'मुसलमान कीड़े नहीं, बल्कि इंसान है'
नियाज खान ने यह भी कहा था कि, कश्मीर फाइल्स ब्राह्मणों का दर्द दिखाती है, उन्हें पूरा सम्मान के साथ कश्मीर में सुरक्षित रहने की अनुमति दी जानी चाहिए. निर्माता को कई राज्यों में बड़ी संख्या में मुसलमानों की हत्याओं को दिखाने के लिए भी एक फिल्म बनानी चाहिए. उन्होंने कहा कि, मुसलमान कीड़े नहीं, बल्कि इंसान हैं और देश के नागरिक हैं.(IAS Niyaz Khan on the kashmir files)
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