नई दिल्ली : हिंदू धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों के अनुसार भगवान विश्वकर्मा को निर्माण और सृजन का देवता माना जाता है. उन्हें देवताओं के शिल्पी के रूप में भी जाना जाता है. आज भगवान विश्वकर्मा जयंती पर आज देशभर में उनकी पूजा की जा रही. बताया जाता है कि इस दिन ही ऋषि विश्वकर्मा का जन्म हुआ था. जयंती पर इंजीनियरिंग संस्थानों के अलावा फैक्ट्रियों, कल-कारखानों में औजारों की पूजा की जाती है.
विश्वकर्मा पूजा विधि
आज के दिन ऑफिस, फैक्ट्री, वर्कशॉप, दुकान आदि के मालिक सुबह स्नान आदि करके भगवान की विश्वकर्मा की प्रतिमा व मशीनों के अलावा औजारों की पूजा की जाती है. पूजा शुरू करने से पहले पूजा स्थल पूजा चौकी पर भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित करें. तत्पश्चात कलश को हल्दी और चावल के साथ रक्षासूत्र चढ़ाएं, इसके बाद पूजा मंत्र 'ॐ आधार शक्तपे नम: और ॐ कूमयि नम:', 'ॐ अनन्तम नम:', 'पृथिव्यै नम:' का जाप करना चाहिए. इसके अलावा अब जिन चीजों की पूजा करनी है, उनपर हल्दी अक्षत और रोली लगाएं. अब भगवान विश्वकर्मा को अक्षत, फूल, चंदन, धूप, अगरबत्ती, दही, रोली, सुपारी, रक्षा सूत्र, मिठाई, फल आदि अर्पित करें. धूप दीप से आरती करें.