रायपुर : विष्णुदेव साय कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ लेने वाले विधायकों में बृजमोहन अग्रवाल, राम विचार नेताम, दयालदास बघेल, केदार कश्यप, लखनलाल देवांगन, श्याम बिहारी जायसवाल, ओपी चौधरी, टंकराम वर्मा और लक्ष्मी राजवाड़े शामिल हैं. साय कैबिनेट में हर वर्ग का खास ख्याल रखा गया है. मंत्रिमंडल में सरगुजा संभाग से चार, बिलासपुर संभाग से तीन, रायपुर और दुर्ग संभाग से दो-दो और बस्तर संभाग से एक विधायक को शामिल किया गया है.
छह ओबीसी सदस्यों को मिला मंत्री पद :मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद इसमें अन्य पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी से आने वाले छह सदस्य अरुण साव, लखनलाल देवांगन, श्यामबिहारी जायसवाल,ओपी चौधरी,टंकराम वर्मा और लक्ष्मी राजवाड़े हैं.
दो सामान्य, एक एसटी और एक एससी को मौका : वहीं छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय और मंत्री केदार कश्यप अनुसूचित जनजाति वर्ग से आते हैं.वहीं दयालदास बघेल अनुसूचित जाति वर्ग से मंत्री बने हैं.इसके अलावा विष्णुदेव साय की कैबिनेट में विजय शर्मा और बृजमोहन अग्रवाल सामान्य वर्ग से आते हैं.
चार पुराने मंत्रियों को फिर मिला मौका : मंत्रियों की यदि बात करें तो बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, केदार कश्यप और दयालदास बघेल ने राज्य में पूर्व की बीजेपी सरकार में मंत्री के तौर पर काम किया है.वहीं छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं.आईए आपको बताते हैं नए और पुराने मंत्रियों का राजनीतिक सफर
1. बृजमोहन अग्रवाल:बीजेपी के वरिष्ठ राजनेताओं में से एक और राज्य में अग्रवाल समुदाय के सबसे बड़े नेता, अग्रवाल ने अविभाजित मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मंत्री के रूप में काम किया है. हाल ही में हुए चुनावों में, अग्रवाल ने रायपुर शहर दक्षिण विधानसभा से कांग्रेस के महंत रामसुंदर दास के खिलाफ 67,719 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. बृजमोहन आठवीं बार बीजेपी से विधायक चुने गए हैं.1990 से अब तक बृजमोहन अग्रवाल अजेय रहे हैं.
2. रामविचार नेताम:उत्तरी छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में पार्टी के एक प्रमुख आदिवासी चेहरे के तौर पर रामविचार नेताम को जाना जाता है. रामविचार नेताम ने इस बार कांग्रेस के अजय तिर्की को 29 हजार 663 वोटों से हराकर रामानुजगंज सीट जीती. छह बार के विधायक रामविचार नेताम 2016 में राज्यसभा सांसद के रूप में भी चुने गए थे. रामविचार नेताम छत्तीसगढ़ में रमन सिंह की नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में दो बार (2003 और 2008) मंत्री के रूप में काम किया है. रामविचार नेताम को नवनिर्वाचित विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर भी नियुक्त किया गया था.
3. केदार कश्यप:केदार कश्यप दक्षिण बस्तर क्षेत्र से आते हैं. बीजेपी के कद्दावर आदिवासी नेता और पूर्व सांसद स्वर्गीय बलिराम कश्यप के बेटे हैं. कश्यप ने इस बार नारायणपुर सीट पर कांग्रेस के मौजूदा विधायक चंदन कश्यप को 19 हजार 188 वोटों से हराया. चार बार विधायक रहे कश्यप ने 2008 और 2013 में रमन सिंह के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में मंत्री के रूप में काम किया था. केदार कश्यप ने बस्तर क्षेत्र में कथित धर्म परिवर्तन को लेकर पिछली सत्तारूढ़ कांग्रेस के खिलाफ बीजेपी का नेतृत्व किया. जिससे पार्टी को आदिवासी बहुल क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिली.