चेन्नई : तमिलनाडु में कल्लाकुरिचि के निकट एक छात्रा की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए रविवार को गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और पथराव भी किया (Violence breaks out in TN over girls death). पुलिस ने हिंसक भीड़ को काबू करने के लिए कम से कम दो बार हवा में गोलियां चलाईं और निषेधाज्ञा लगा दी गई. आसपास के इलाकों से पुलिस बल पहुंचने के बाद हालात धीरे-धीरे सामान्य होने लगे. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और लोगों को आश्वासन दिया कि दोषियों को दंडित किया जाएगा.
पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारी चिन्नासलेम में स्थित एक 'इंटरनेशनल' स्कूल में पुलिस के अवरोधकों को तोड़ते हुए घुस गए और उन्होंने परिसर में खड़ी बसों में आग लगा दी. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने पुलिस की एक बस में भी आग लगा दी. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने छत पर चढ़कर स्कूल के नाम का बोर्ड क्षतिग्रस्त कर दिया. उन्होंने बताया कि उनमें से कुछ स्कूल के फर्नीचर और अलमारी ले गए, उन्हें तोड़ा और आग के हवाले कर दिया. प्रदर्शनकारियों नें पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया. पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शकारियों को तितर-बितर करने की कोशिश की, लेकिन थोड़ी देर में वे फिर से इकट्ठा हो गए और तोड़फोड़ की. स्थिति को काबू में करने के लिए आसपास के जिलों की पुलिस यहां एकत्र हो गई. हवाई फायर भी करना पड़ा.
स्कूल प्रबंधन के तीन लोग गिरफ्तार, 52 पुलिसकर्मी घायल :पुलिस महानिदेशक सी शैलेंद्र बाबू ने यहां संवाददाताओं से कहा कि लड़की की मौत के मामले में जांच सीबी-सीआईडी को स्थानांतरित कर दी गई है. बाबू ने कहा कि हिंसा में शामिल करीब 70 लोगों को और स्कूल प्रबंधन में वरिष्ठ पदों पर काबिज दो पुरुषों और एक महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि स्कूल के पदाधिकारियों को लड़की की मौत के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए खुफिया तंत्र की नाकामी की बात को खारिज कर दिया. हिंसा में डीआईजी (विल्लुपुरम) एम पांडियान जैसे अधिकारियों समेत 52 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. बाबू ने कहा कि पुलिस ने संयम बरता और हालात को सावधानी से संभाला. उन्होंने कहा कि हालात को इस तरह संभाला गया कि कोई जान नहीं जाए.
पलानीस्वामी ने साधा निशाना :मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और आश्वासन दिया कि दोषियों को दंडित किया जाएगा. अन्नाद्रमुक के शीर्ष नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने पुलिस, राज्य सरकार और जिला प्रशासन पर लापरवाही बरतने और समय रहते कदम नहीं उठाने के आरोप लगाए हैं. पलानीस्वामी ने कहा, 'इसके लिए मुख्यमंत्री स्टालिन पूरी तरह से जिम्मेदार हैं.' उन्होंने कहा कि सरकार ने स्कूल के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की होती तो स्थिति हाथ से बाहर नहीं जाती. भाजपा ने द्रमुक शासन को अयोग्य बताया.