लखनऊ : विनय श्रीवास्तव हत्याकांड को लेकर लखनऊ पुलिस ने देर रात मंत्री के बेटे विकास किशोर से लंबी पूछताछ की है. विनय श्रीवास्तव से एसीपी चौक व इंस्पेक्टर ठाकुरगंज में 2 घंटे तक पूछताछ की. इस दौरान 25 से अधिक सवाल पूछे गए. विकास किशोर से सबसे पहला सवाल पिस्टल को लेकर पूछा गया. अधिकारियों ने विकास किशोर से पूछा कि पिस्टल छोड़कर क्यों गए थे. इस पर विकास किशोर ने जवाब देते हुए कहा कि बड़ी गलती हो गई. पिस्टल को ऐसे छोड़कर नहीं जाना चाहिए था. उसे सुरक्षित स्थान पर रखना चाहिए था. सवालों के जवाब देते हुए विकास किशोर ने कहा कि मैं किसी तरह की साजिश में शामिल नहीं हूं.
मंत्री की साली का बेटा है मुख्य आरोपी
विनय श्रीवास्तव हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने जिस आरोपी अंकित रावत को मुख्य आरोपी बनाया है. यह मंत्री कौशल किशोर का रिश्तेदार है. आरोपी अंकित मंत्री की भाभी की बहन यानी साली का बेटा है. मंत्री के बेटे विकास किशोर और आरोपी अंकित के बीच में भी काफी नजदीकी थी. दोनों अक्सर साथ में देखे जाते थे. अक्सर अंकित रावत विकास किशोर के घर पर ही रुकता था.
पिस्टल रखने में लापरवाही करता था विकास :पुलिस की पूछताछ में यह बात निकल के सामने आई है कि मंत्री के बेटे विकास किशोर की लाइसेंसी पिस्टल अक्सर दोस्तों के पास ही रहती थी. वह असलहे को रखने में काफी लापरवाही करता था. जिस दिन विनय श्रीवास्तव की हत्या की गई उस दिन भी विकास किशोर अपनी पिस्टल दोस्तों को ही देकर गया था. घटना के दौरान तकिए के नीचे पिस्टल रखी गई थी. यह पिस्टल घर में मौजूद ही किसी व्यक्ति द्वारा रखी गई थी.
बता दें, केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के लखनऊ स्थित घर पर उनके बेटे के दोस्त की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. गोली मंत्री के बेटे की पिस्टल से मारी गई थी. शुक्रवार सुबह युवक का खून से लथपथ शव मिला था. पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया था. पुलिस के मुताबिक विकास किशोर के घर पर मौजूद सभी दोस्तों ने पहले पार्टी की. इसी दौरान जुआ खेलने को लेकर विवाद हो गया था. विवाद के बाद विनय को आरोपियों ने घसीटकर मारा. विनय भागकर कमरे में पहुंचा तो हमलावर वहां भी पहुंच गए. इसके बाद शमी और अजय ने उसके हाथ पकड़ लिए और अंकित ने बेड में तकिया के नीचे रखा पिस्टल निकालकर उसके माथे में सटाकर गोली मार दी. विनय ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था.