रुद्रप्रयाग :हरियाली खेल महोत्सव में बीजेपी विधायक भरत सिंह चौधरी को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों ने जीआईसी-चमकोट मोटर मार्ग का निर्माण न होने पर विधायक चौधरी के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने नारेबाजी कर महोत्सव में लगे विधायक के सभी फोस्टर फाड़ डाले. ग्रामीणों का आरोप है कि विधायक ने पूर्व प्रधान को जेल भेजने की धमकी दी है. वहीं, मामले में विधायक भरत चौधरी ने सफाई दी है.
दरअसल, नव युवक मंगल दल जसोली की ओर से हरियाली खेल महोत्सव का आयोजन किया गया था. जिसका शुभारंभ करने विधायक भरत सिंह चौधरी पहुंचे थे. इस दौरान ग्वाड़ के ग्रामीणों का एक शिष्टमंडल पूर्व प्रधान रतन सिंह के नेतृत्व में जीआईसी-चमकोट सड़क निर्माण को लेकर विधायक के पास पहुंचा. अचानक से पूर्व प्रधान और विधायक के बीच गहमागहमी हो गई.
'सड़क का निर्माण कभी नहीं होगा'
बताया जा रहा है कि विधायक ने पूर्व प्रधान को जेल में डालने तक की धमकी दे डाली. जबकि उन्होंने यह भी कहा कि इस सड़क का निर्माण कभी नहीं होगा और वह इस सड़क का निर्माण होने नहीं देंगे. जिसके बाद विधायक वहां से चलते बने. इससे गुस्साए ग्रामीणों ने महोत्सव में लगे विधायक के सभी पोस्टर फाड़ डाले.
घटना के बाद से मामला पूरी तरह राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है. जसोली में खेल महोत्सव का आयोजन युवक मंगल दल ने किया. समिति से बात करने से पता चला कि विधायक भरत सिंह चौधरी ने इस पूरे आयोजन के लिए एक लाख रुपए की धनराशि दी है, जिसमें खेल महोत्सव समिति की ओर से विधायक के पोस्टर यहां लगाए गए.
जसोली की प्रधान अर्चना चमोली ने विधायक के पोस्टरों में फोटो लगाने से मना किया और उन्होंने अपनी फोटो आयोजकों को नहीं दी. उन्होंने कहा कि वे कार्यक्रम में मौजूद नहीं थी, लेकिन ग्रामीण बाद में उनके पास आए थे. ग्रामीणों ने उन्हें पूरी घटना से वाकिफ करवाया. उन्होंने कहा कि विधायक को जनता ने चुना है और उन्हें जनता पर पावर नहीं दिखानी चाहिए.