देहरादून: शेर सिंह राणा (Sher Singh Rana) को फूलन देवी की हत्या और अफगानिस्तान से पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां वापस लाने वाले के तौर पर जाना जाता है. शेर सिंह राणा की कहानी एक्शन से भरपूर और बिल्कुल फिल्मी है, जिसे अब बड़े परदे पर उतारा जा रहा है. शेर सिंह राणा की बायोपिक में उनकी भूमिका एक्शन स्टार विद्युत जामवाल निभाएंगे. शेर सिंह राणा का उत्तराखंड से गहरा नाता है.
फूलन देवी के हत्यारे शेर सिंह राणा का जन्म उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रुड़की में 17 मई 1976 में हुआ था. उनका असली नाम पंकज सिंह पुंढीर था. शेर सिंह राणा तब चर्चा में आए जब 25 जुलाई 2001 को ठाकुरों की मौत की जिम्मेदार 80 के दशक की बैंडिट क्वीन और तत्कालीन सपा सांसद फूलन देवी को दिल्ली में तीन नकाबपोश लोगों ने गोलियों से भून दिया था. बताया जाता है कि फूलन देवी ने जिन ठाकुरों को मारा था, उसमें शेर सिंह राणा के रिश्तेदार भी थे.
शेर सिंह ने 25 जुलाई 2001 को दिल्ली स्थित सरकारी आवास के सामने गोलियों से भूनकर फूलन देवी की हत्या की थी. इस घटना के लगभग 2 दिन बाद शेर सिंह ने देहरादून पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था. शेर सिंह ने इस हत्या काे लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया. पुलिस के अनुसार, राणा ने बेहमई हत्याकांड में मारे गए 22 राजपूतों की हत्या का बदला लेने के लिए फूलन देवी की हत्या की थी. उसके बाद दिल्ली पुलिस ने शेर सिंह राणा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.