लखनऊ: विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में आज उपाध्यक्ष पद के लिए मतदान की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी. इसके साथ ही सदन के पटल पर अन्य विधायी कार्य व महत्वपूर्ण अध्यादेश लाए जा सकते हैं. करीब 34 साल बाद विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए मतदान कराया जाएगा. इससे पहले आपसी सहमति से उपाध्यक्ष विपक्षी दलों को देने की परंपरा रही है. आज होने वाले मतदान के दौरान कुछ क्रॉस वोटिंग की भी आशंका है, जिसको लेकर सभी दल सक्रिय हो गए हैं. सभी विधायकों को अपने प्रत्याशी को वोट देने का संदेश दिया गया है.
विधानसभा उपाध्यक्ष पद पर दो नामांकन हुए हैं, जिनमें एक समाजवादी पार्टी के बागी सदस्य नितिन अग्रवाल का समर्थन भारतीय जनता पार्टी ने किया है तो दूसरा सपा के सदस्य नरेंद्र वर्मा ने नामांकन किया है. समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर नियमों और परंपराओं की हत्या करने का आरोप लगाया है. बीजेपी की तरफ से विपक्ष पर समय रहते प्रत्याशी नहीं लाए जाने का भी आरोप लगाया गया है. आज विशेष सत्र की शुरुआत पर सबसे पहले दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. इसके बाद 11 से 1 तक उपाध्यक्ष पद का मतदान होगा. यह गुप्त मतदान होगा.