नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के चर्चित बाइक बोट घोटाले की लेडी डॉन दीप्ति बहल अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. बाइक बोट मामले से पीड़ित एक व्यक्ति अपनी मांगों को लेकर पिछले 4 साल से बाइक वोट ऑफिस के बाहर धरने पर बैठा है. पीड़ित मुन्ना बालियान का कहना है कि 8 लाख लोगों से पैसा ठगा गया है. उन्होंने कहा कि जब तक सभी पीड़ितों का पैसा वापस नहीं मिलेगा, तब तक यह धरना जारी रहेगा.
UP की 'लेडी डॉन' की तलाश तेज:यूपी की मोस्ट वांटेड लेडी डॉन दीप्ति बहल के पास पीएचडी की डिग्री है और वह 4 साल से फरार है. दीप्ति पर यूपी पुलिस ने 5 लाख रुपये का इनाम रखा हुआ है. बागपत के कॉलेज में प्रिंसिपल रही दीप्ति बाइक बोट के मास्टरमाइंड संजय भाटी की पत्नी है. करीब 4500 करोड़ के बाइक बोट घोटाले में देश भर में 250 मुकदमे दर्ज हैं. मामले की जांच फिलाल EOW मेरठ के पास है. जानकारी के अनुसार, दीप्ति पर 2019 में आपराधिक मुकदमा दर्ज हुआ था. वहीं, मोस्ट वांटेड लेडी डॉन को देश भर में दर्ज 150 मुकदमों में नामजद किया गया है.
क्या है बाइक बोट घोटाला?:कंपनी ने बाइक बोट नाम की स्कीम बनाई. इसके तहत निवेशकों को एक टैक्सी बाइक के लिए कुल 62 हजार 100 रुपये निवेश करना था. बदले में उन्हें 12 मासिक किस्तों में 4590 रुपये बाइक का किराया और 5175 रुपये लाभांश यानि कुल एक लाख 17 हजार 180 रुपये मिलना था. कंपनी ने कई राज्यों में अपनी फ्रेंचाइजी खुलवाई थी. केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने वाले बाइक बोट कंपनी के मालिक 42 वर्षीय संजय भाटी ने देशभर से निवेशकों को लालच देकर करोड़ों रुपये का निवेश कराया और फिर उसे हड़प लिया. इस दौरान कंपनी ने 45 हजार करोड़ की धोखाधड़ी की.