हैदराबाद : उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को भारतीय संस्कृति और विरासत, विशेष रूप से भारतीय संगीत परंपरा को युवा पीढ़ियों के बीच लोकप्रिय बनाकर संरक्षित करने की आवश्यकता पर जोर दिया. साथ ही कहा कि भारतीय संगीत की उत्पत्ति प्राचीन है और प्राचीन समय में ज्ञान का प्रसार के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता था, संगीत में वास्तव में आधुनिक जीवन के मानसिक तनाव और चिंताओं को दूर करने की शक्ति है.
उपराष्ट्रपति हैदराबाद में किन्नर आर्ट थिएटर्स द्वारा आयोजित भारतीय फिल्मों के प्रसिद्ध संगीतकार और पार्श्व गायक घंटाशाला वेंकटेश्वर राव के शताब्दी समारोह में बोल रहे थे. अपने संबोधन में नायडू ने कहा कि भारतीय परंपरा का विश्व संगीत में एक विशेष स्थान है और संगीत का अभ्यास न केवल एक कला के रूप में किया जाता था, बल्कि एक सटीक विज्ञान के रूप में भी किया जाता था. संगीत सामाजिक परिवर्तन के एक उपकरण के रूप में भी प्रभावी है. संगीत न केवल मनोरंजन प्रदान कर सकता है बल्कि समाज को भी प्रबुद्ध कर सकता है.