हैदराबाद :गैर राजनीतिक वार्षिक कार्यक्रम 'अलाई बलाई' का आयोजन हैदराबाद में किया गया. हरियाणा के राज्यपाल दत्तात्रेय की पुत्री विजयलक्ष्मी ने अतिथियों की मेजबानी की. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, तेलंगाना के राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अलाई-बलाई में शामिल हुए. आमतौर पर इस दौरान लोग एक दूसरे को गले मिलकर बधाइयां देते हैं लोकिन इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए अलाई बलाई में गले मिलकर नहीं मनाया गया.
दरअसल, अलाई बलाई कार्यक्रम की अवधारणा दत्तात्रेय ने पेश की थी. विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों को साथ लाने के लिये 2005 से हर साल दशहरा के अवसर पर इसका आयोजन किया जाता है. अलाई-बलाई के मौके पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कोरोना महामारी के मद्देनजर लोगों को जागरूक करने को लेकर कई लोगों को सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि सभी को राज्य और केंद्र सरकारों के महामारी दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए.
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने इस कार्यक्रम में कृष्णा एला, डॉक्टर रेड्डी लैब प्रमुख प्रसाद रेड्डी, पवन कल्याण, एआईजी चेयरमैन डॉ. नागेश्वर रेड्डी, बायोलॉजिकल-ई एमडी महिमा दातला, विष्णु और कविता को सम्मानित किया.
उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा कि बंडारू दत्तात्रेय गत 14 साल से इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं. उन्होंने कहा, तेलंगाना की संस्कृति और परंपराएं हमेशा मेरे दिल के करीब हैं. भाषा और पहनावे के बावजूद हम सभी भारतीय हैं. उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि देश की बहुलवादी संस्कृति में, विभिन्न सामाजिक विभाजनों से परे जाकर लोगों को एकजुट करने की शक्ति है.