नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने मंगलवार को लिब्रेविल में गैबॉन के राष्ट्रपति बोंगो ओन्डिम्बा से मुलाकात की. बैठक के दौरान, उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत गैबॉन के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देता है. उन्होंने भारत के विकास यात्रा में गैबॉन को विश्वसनीय भागीदार बनने के लिए की प्रतिबद्धता को दोहराया.
गैबॉन के राष्ट्रपति बोंगो ओन्डिम्बा से मिले उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू - एम वेंकैया नायडू गैबॉन
भारत के उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू 30 मई से 7 जून तक गैबॉन, सेनेगल और कतर के दौरे पर हैं. अपनी यात्रा के पहले चरण में वह सोमवार को गैबॉन पहुंचे, वहां उन्होंने राष्ट्रपति बोंगो ओन्डिम्बा समेत कई राजनेताओं से बातचीत की.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्विटर पर कहा कि उपराष्ट्रपति @MVenkaiahNaidu ने मध्य अफ्रीका में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार गैबॉन के राष्ट्रपति @PresidentABO से मुलाकात की. उपराष्ट्रपति नायडू ने गैबॉन के सामाजिक-आर्थिक विकास का समर्थन करने के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए भारत की निरंतर प्रतिबद्धता को रेखांकित किया. इससे पहले उपराष्ट्रपति नायडू ने नेशनल असेंबली के अध्यक्ष फॉस्टिन बाउकोबी और सीनेट के अध्यक्ष लूसी मिलेबौ औबुसन के साथ संयुक्त बैठक की. इस दौरान उन्होंने नेताओं को भारतीय संविधान की प्रतिकृतियां भेंट कीं. इस बैठक में उपराष्ट्रपति ने भारत-गैबॉन संबंधों में लोकतंत्र और बहुलवाद के साझा मूल्यों के महत्व पर जोर दिया.
गैबॉन के वित्त मंत्री माइकल मौसाअदामो ने भी उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से मुलाकात की. बता दें कि वेंकैया नायडू 30 मई से 7 जून तक गैबॉन, सेनेगल और कतर के तीन देशों के दौरे पर हैं. गैबॉन और सेनेगल जाने वाले वह भारत के पहले उपराष्ट्रपति हैं. उनकी यात्रा से अफ्रीका के साथ भारत के जुड़ाव को गति मिलने और अफ्रीकी महाद्वीप के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर देने की उम्मीद है. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की यात्रा से पहले, विदेश मंत्रालय के सचिव, ईआर दम्मू रवि ने कहा कि अफ्रीका भारत के लिए एक प्राथमिकता वाला महाद्वीप है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य होने के कारण नई दिल्ली और गैबॉन के बीच घनिष्ठ संबंध है.
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