नई दिल्ली:पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ आगामी छह अगस्त को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार होंगे. दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हुई भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह घोषणा की. संसदीय बोर्ड की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी और नड्डा के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित संसदीय बोर्ड के अन्य सदस्य मौजूद थे.
जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'किसान पुत्र जगदीप धनखड़ एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी होंगे. धनखड़ जी, एक साधारण किसान परिवार से आते हैं. उन्होंने सामाजिक और आर्थिक बाधाओं को पार करते हुए अपने जीवन में उच्च लक्ष्य को प्राप्त किया और देश की सेवा करने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी.' जेपी नड्डा ने कहा कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में धनखड़ ने लोगों के दिल पर राज करने वाले राज्यपाल के रूप में पहचान बनाई.
पीएम मोदी ने धनखड़ को बताया संविधान का जानकार
पीएम मोदी ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए गए जगदीप धनखड़ को 'किसान पुत्र' और संविधान का जानकार बताया और उम्मीद जताई कि वह राज्यसभा के सभापति के रूप में उत्कृष्ट साबित होंगे. प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, 'किसान पुत्र धनखड़ जी अपनी विनम्रता के लिए जाने जाते हैं. उन्हें कानूनी, विधायी के साथ ही राज्यपाल के रूप में भी काम करने का अनुभव है. उन्होंने हमेशा किसानों, युवाओं, महिलाओं और हाशिए पर पड़े लोगों के लिए काम किया.'
उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि वह राजग के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे. एक अन्य ट्वीट में मोदी ने कहा कि धनखड़ संविधान के उत्कृष्ट जानकार हैं और विधायी मामलों पर भी उनकी अच्छी पकड़ है. उन्होंने कहा, 'मुझे पूरी उम्मीद है कि राज्यसभा के उत्कृष्ट सभापति होंगे और राष्ट्र की प्रगति को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से सदन की कार्यवाही का मार्गदर्शन करते रहेंगे.'
अमित शाह ने दी बधाई
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर जगदीप धनखड़ को बधाई दी. उन्होंने कहा, 'वीरभूमि राजस्थान के किसान पुत्र धनकड़ जी जिस प्रकार अनेक आर्थिक और समाजिक चुनौतियों का सामना करते हुए आज यहां तक पहुंचे हैं, वह सभी के लिए प्रेरणीय है.' शाह ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'तीन दशक से लंबे सार्वजनिक जीवन में धनखड़ जी ने देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. विधायक, सांसद या फिर बंगाल के राज्यपाल के रूप में वह अपने हर दायित्व में निरंतर लोगों से जुड़े रहे. एक अधिवक्ता के रूप में भी उन्होंने हमेशा समाज के हितों की रक्षा को सर्वप्रथम रखा.'
साथ ही उन्होंने कहा, 'मुझे विश्वास है कि उपराष्ट्रपति पद व राज्यसभा के सभापति के रूप में धनखड़ जी के चुने जाने से हमारे उच्च सदन की गरिमा और बढ़ेगी. साथ ही सदन की संवैधानिक प्रक्रिया में उनके व्यापक व लंबे प्रशासनिक अनुभव का देश को बहुत लाभ मिलेगा. उन्हें अग्रिम शुभकामनाएं देता हूं.'
बता दें, शनिवार दोपहर में जगदीप धनखड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. साथ ही धनखड़ ने शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी. उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 19 जुलाई है और मतदान छह अगस्त को निर्धारित है. मौजूदा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है. देश के उपराष्ट्रपति को चुनने के लिए निर्वाचक मंडल में संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य शामिल होते हैं. संसद में सदस्यों की मौजूदा संख्या 780 है, जिनमें से केवल भाजपा के 394 सांसद हैं. जीत के लिए 390 से अधिक मतों की आवश्यकता होती है.
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जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई 1951 को राजस्थान के एक छोटे से गांव किठाना (झुंझुनू) में हुआ था. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सैनिक स्कूल, चित्तौड़गढ़ से पूरी की और फिर राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से स्नातक की उपाधि प्राप्त की. वह 1989-91 के दौरान राजस्थान के झुंझुनू संसदीय क्षेत्र से जनता दल से सांसद निर्वाचित हुए थे. धनखड़ 1993-98 तक किशनगढ़ से विधायक रह चुके हैं. वह राजस्थान उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रहे. 30 जुलाई 2019 को, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया था.