गोरखपुर: पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय(DDU ) में व्याप्त भ्रष्टाचार, अराजकता और विभिन्न मदों में फीस में वृद्धि की गई थी. इसको लेकर एबीवीपी के छात्र नेता और संगठन से जुड़े छात्र जुलाई माह में कई बार आंदोलन कर चुके थे. इन छात्रों ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय के इतिहास में सबसे बड़ी घटना को अंजाम दे दिया. अपनी मांगों को मनवाने और पूर्व की घटना में निलंबित किए गए एबीवीपी के छात्रों को निलंबन वापस करने को लेकर छात्रों का हुजूम कुलपति कार्यालय पहुंचा था.
जहां वह अपनी मांग को लेकर आवाज बुलंद कर रहे थे. इस बीच उनकी कहासुनी इतनी बढ़ गई कि पुलिस से हाथापाई शुरू हो गई. कुछ छात्र कुलपति कार्यालय और कुलसचिव को भी पीटने पर आमादा हो गए. लेकिन, कुलपति और कुलसचिव छात्रों के लपेटे में आ गए और दोनों की बुरी तरह पिटाई हो गई. कुलसचिव को छात्र नेताओं ने इतना पीटा कि वह जमीन पर गिर पड़े तो कुलपति को बीच बचाव करते हुए उनके सुरक्षाकर्मियों और पुलिस वालों ने कार्यालय तक पहुंचाया. इस बीच छात्रों और पुलिस के बीच जमकर झड़प चलती रही.
कैंट थाना क्षेत्र स्थित गोरखपुर विश्वविद्यालय में यह घटना शुक्रवार देर शाम की है. दिनभर छात्र नेता और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओ ने अपनी मांगों को लेकर कुलपति कार्यालय पर धरना और हंगामा जारी रखा. वह बार-बार निवेदन कर रहे थे कि कुलपति और कुलसचिव उनकी मांगों पर विचार करें. निलंबित छात्रों का निलंबन और बढ़ी हुई फीस वृद्धि को वापस ले, यह छात्र हित में नहीं है. इसी के साथ ही विश्वविद्यालय में कई अन्य बिंदुओं पर भ्रष्टाचार की शिकायत को छात्र नेता विवि कुलपति और कुलसचिव से दूर करने की मांग कर रहे थे. उनकी मांग का यह सिलसिला पिछले कई महीनों से जारी था.
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