नई दिल्ली: बीते रविवार को इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के संस्थापक मौलाना तौकीर रजा ने भारत और श्रीलंका की तुलना करते हुए कहा कि देश दिवालिया होने के कगार पर है और केंद्र सरकार वास्तविक मुद्दों की जगह मंदिर-मस्जिद पर काम कर रही है. मौलाना ने ये भी कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा है. यदि प्रधानमंत्री उनके प्रतिनिधिमंडल से नहीं मिले तो वह जेल भरो आंदोलन शुरू करेंगे.
बता दें कि तौकीर रजा कांग्रेस पार्टी के करीबी बताए जाते रहे हैं और उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी के साथ बैठक करते भी देखे गए थे. मौलाना के बयान के बाद विश्व हिन्दू परिषद ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि देश को धर्म के आधार पर विभाजित करने का प्रयास किया जा रहा है. विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने वीडियो बयान जारी कर कहा है कि वाराणसी का सच सामने आते ही कुछ मौलाना, जिहादी तत्व और कांग्रेस के करीबी नेता बिल से बाहर निकल आए हैं. अब वे डायरेक्ट एक्शन की धमकी दे रहे हैं. लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि अब देश में एक मजबूत सरकार है और जनता बहुत जागरुक है.