नई दिल्ली :बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हो रहे हमलों को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने रोष जताया है. विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं के अनवरत नरसंहार को रोकने के लिए अब संयुक्त राष्ट्र संघ को पीस कीपिंग फोर्स भेजनी चाहिए.
विहिप के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने मंगलवार को दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुओं पर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा किए जा रहे अत्याचारों की तुलना केवल नाजियों की बर्बरता से ही की जा सकती है. उन्होंने कहा कि 'हिंदुओं के विरुद्ध हो रहे पाशविक अत्याचारों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब संयुक्त राष्ट्र संघ को इस मामले में पहल करते हुए पीड़ित अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा के लिए अपनी पीसकीपिंग फोर्स अविलंब बांग्लादेश भेजनी चाहिए.'
'मूकदर्शक बनी है बांग्लादेश सरकार'
सुरेंद्र जैन ने कहा कि 'संयुक्त राष्ट्र संघ एवं सभी मानवाधिकार संगठन बांग्लादेश में हो रही घटनाओं पर चुप्पी साधे हुए हैं और इस्लामिक कट्टरपंथी बांग्लादेश को हिंदू शून्य बनाने पर तुले हैं. इन सबके बीच बांग्लादेश सरकार केवल मूकदर्शक बनी है. वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना जिहादियों पर नियंत्रण करने की बजाय भारत सरकार को नसीहत दे रही हैं कि वह भारत में ऐसी कोई घटना ना होने दें जिससे कि वहां का मुसलमान भड़क जाए.'
विहिप महामंत्री ने आरोप लगाया कि शेख हसीना के बयान के बाद मुस्लिम कट्टरपंथी बांग्लादेश में और भड़क गए और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों में बढ़ोतरी हो गई. विहिप नेता ने जानकारी दी कि 'वर्तमान घटनाक्रम के दौरान 10 दिनों में डेढ़ सौ से अधिक मां दुर्गा के पूजा मंडप नष्ट किए गए. 362 से अधिक मूर्तियां ध्वस्त कर दी गईं. हजारों हिंदुओं के घरों और दुकानों पर हमला करके लूटा गया है. 1000 से अधिक हिंदू घायल हो गए हैं.'
विहिप का कहना है कि 'ताजा जानकारी के अनुसार 12 हिंदुओं के मारे जाने की सूचना मिली है. इसके अलावा महिलाओं के साथ गैंगरेप की घटनाएं भी हुई हैं. बांग्लादेश में इस्कॉन के 3 मंदिर रामकृष्ण मिशन के आश्रम राम ठाकुर आश्रम जैसे 50 से अधिक मंदिरों को नष्ट कर दिया गया है. इस्कॉन मंदिर के दो संत और मोहिनी मंदिर के तीन पुजारियों की बर्बरता से हत्या कर दी गई है. सोमवार को इस्कॉन मंदिर के तालाब में एक और पुजारी का शव उतराता हुआ मिला.'