भोपाल: जाने माने वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार केसवानी का शुक्रवार को यहां एक निजी अस्पताल में कोरोना से निधन हो गया. वह 72 वर्ष के थे और भोपाल गैस त्रासदी में सुरक्षा चूक की ओर हादसे से पूर्व ध्यान दिलाने के लिए जाने जाते थे. उनके बेटे रौनक ने बताया कि उनके पिताजी आठ अप्रैल को कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे और 20 अप्रैल को उनके संक्रमण मुक्त होने की पुष्टि हुई थी.
उन्होंने कहा कि कोविड की चपेट में आने से उनके फेफड़े खराब हो गये थे और अप्रैल के अंतिम सप्ताह में वह शहर के बंसल अस्पताल में फेफड़ों के उपचार के लिए भर्ती हुए थे. शुक्रवार शाम को करीब साढ़े सात बजे उनका इलाज के दौरान इस अस्पताल में निधन हो गया.
उनके परिवार में उनकी पत्नी एवं एक बेटा है. वरिष्ठ पत्रकार दीपक तिवारी ने कहा कि केसवानी ने भोपाल यूनियन कार्बाइड के संयंत्र की खामियों को लेकर 1984 में खबर प्रकाशित की थी और उनके द्वारा यह खबर लिखने के कुछ महीने बाद ही इस संयंत्र से दो-तीन दिसंबर 1984 की मध्यरात्रि में जहरीली मिक गैस के रिसाव के कारण बड़ी घटना हो गई थी, जिसे भोपाल गैस त्रासदी के नाम से जाना जाता है और उसमें हजारों लोगों की जान चली गई थी और लाखों प्रभावित हुए थे.
केसवानी ने अपने पत्रकारिता का करियर अपने कॉलेज के दिनों से ही 'स्पोर्ट्स टाइम्स' से शुरू किया था और उसके बाद उन्होंने कई पत्र-पत्रिकाओं एवं न्यूज चैनलों में शीर्ष पदों पर काम किया, जिनमें न्यूयॉर्क टाइम्स, एनडीटीवी, दैनिक भास्कर, इंडिया टुडे एवं 'द वीक' शामिल हैं.