नई दिल्ली :राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को कोविड-19 के कारण बनी अनिश्चितता की स्थिति की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि संसद को देश की जनता को आश्वस्त करने की जरूरत है कि वह उसके साथ खड़ी हुई है. वेंकैया नायडू उच्च सदन में मानसून सत्र प्रारंभ होने के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि कोरोना को लेकर देश की वर्तमान स्थिति और लोगों को हुई परेशानियों के मद्देनजर मानसून सत्र का महत्व बढ़ गया है कि क्योंकि अब तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है.
उन्होंने जोर देकर कहा कि आपदा और संकट की इस घड़ी में संसद देश की जनता को उसके हाल पर नहीं छोड़ सकती. मैं सदन के सभी वर्गों से अपील करता हूं कि आज से आरंभ हो रहे मानसून सत्र को सार्थक बनाना सुनिश्चित करें.
उन्होंने कहा, संसद ओर इसके सदस्यों की विश्वनीयता दांव पर है. हमें अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है. सभापति ने कहा कि पिछल साल-डेढ़ साल से देश ओर दुनिया के लोग कोविड-19 महामारी से उत्पन्न हुए संकट का सामना कर रही हैं. इस महामारी ने ना सिर्फ लोगों के स्वास्थ्य पर बल्कि पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर असर डाला है.
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सभापति ने कहा कि लोग अनिश्चितता के माहौल में जी रहे हैं. इस अनिश्चितता के बीच संसद को देश की जनता को आश्वस्त करने की आवश्यकता है कि वह उसके साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि पहली और दूसरी लहर के अनुभवों से सीख लेते हुए तीसरी लहर की चुनौतियों का सामना किया जाए.