नई दिल्ली : राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद तृणमूल कांग्रेस नेता शांतनु सेन और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के बीच कथित कहासुनी के मुद्दे की जांच कर सकते हैं.
सूत्रों ने कहा कि नायडू ने कुछ विपक्षी सदस्यों से कहा कि इस तरह की घटनाओं पर अध्यक्ष द्वारा संज्ञान लेने की कोई मिसाल नहीं है, लेकिन अगर कोई लिखित शिकायत मिलती है तो वह इसकी जांच कर सकते हैं. सेन को सदन में उनके अनियंत्रित व्यवहार के लिए शेष सत्र के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया क्योंकि उन्होंने गुरुवार को कथित रूप से आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के बयान की प्रति को छीन कर फाड़ दिया था.
बाद में उन्होंने आरोप लगाया कि हंगामे के बीच सदन को स्थगित करने के बाद पुरी ने उन्हें धमकी दी और मौखिक रूप से बुरा-भला कहा. हालांकि यह देखते हुए कि यह घटना (पुरी के साथ) व्यक्तिगत कहासुनी और आरोपों से संबंधित है नायडू ने कहा कि यदि इस मामले को प्रासंगिक विवरण के साथ उचित रूप में उनके ध्यान में लाया जाता है, तो वह पूर्व महासचिवों से परामर्श करने के बाद भविष्य के मार्गदर्शन के लिए इसकी जांच कर सकते हैं, क्योंकि यह एक मिसाल कायम करेगा.
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