नई दिल्ली : वेदांता रिसोर्सेज सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के अधिग्रहण के लिए 10 अरब डॉलर का कोष बना रही है. कंपनी के इस कोष में सॉवरेन संपदा कोषों ने काफी रुचि दिखाई है. कंपनी के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा है कि सरकार जब भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल) या शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एससीआई) के लिए मूल्य बोली मांगेगी, उस समय यह कोष शुरू किया जाएगा.
धातु और खनन क्षेत्र के दिग्गज कारोबारी अनिल अग्रवाल ने बीपीसीएल और एससीआई में सरकार की 12 अरब डॉलर से अधिक मूल्य की हिस्सेदारी के अधिग्रहण में रुचि दिखाई है. अग्रवाल ने एक साक्षात्कार में कहा कि हम 10 अरब डॉलर का कोष बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह कोष वेदांता के खुद के संसाधनों और बाहरी निवेश से बनाया जाएगा. इस कोष को लेकर हमें विशेषरूप से सॉवरेन संपदा कोषों से जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है.
अग्रवाल ने कहा कि इसके पीछे विचार 10 साल की अवधि वाला कोष बनाने का है. इसमें निजी इक्विटी प्रकार की रणनीति का इस्तेमाल किया जाएगा. यह कोष कंपनियों में निवेश करेगा और उनका मुनाफा बढ़ाएगा. उसके बाद कंपनी से निकल जाएगा.
अग्रवाल ने इससे पहले कहा था कि वेदांता लंदन की कंपनी सेंट्रिकस के साथ मिलकर 10 अरब डॉलर का कोष बनाएगी जो सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में हिस्सेदारी खरीदने के लिए निवेश करेगा. सेंट्रिकस करीब 28 अरब डॉलर की परिसंपत्तियों का प्रबंधन करती है. अग्रवाल ने कहा, 'वे सभी चाहते हैं, चेयरमैन मैं रहूं.'