वाराणसी: पूरे उत्तर भारत में इन दिनों गर्मी का प्रचंड तेवर देखने को मिल रहा है. लोग गर्मी की तपिश को देखते हुए घर से निकलने में डरने लगे हैं. आसमान से आग उगलते सूरज को देखते हुए दोपहर बाद सड़कों पर सन्नाटा पसरा नजर आ रहा है. मौसम विज्ञान विभाग हर रोज गर्मी को लेकर चेतावनी जारी कर रहा है. तेज उमस और जबरदस्त धूप लोगों को बीमार भी कर है. पेड़-पौधों और फसलों को भी गर्मी की मार झेलनी पड़ रही है. वहीं, ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर भविष्यवाणी करने वाले ज्योतिष भी गर्मी के प्रकोप को डराने वाली भविष्यवाणी कर रहे हैं. ग्रहों की बदली हुई चाल और सूर्य का राशि परिवर्तन का ऐसा योग बन रहा है, जो गर्मी को अभी और प्रचंड करेगा.
काशी के ज्योतिषाचार्यों का अनुमान है कि मई के अंतिम सप्ताह यानी 25 मई से 2 जून तक सूर्य की तपिश और तपाएगी. ज्योतिषाचार्य संजय उपाध्याय ने बताया कि 15 मई से सूर्य वृष राशि में गोचर कर रहे हैं. इसके अलावा बुध और शनि का प्रगाढ़ युति के साथ ज्येष्ठ शुक्ल प्रतिपदा को चंद्रमा भरणी हो, तो बारिश की कमी और भीषण गर्मी का कहर होता है. इस बार ये 3 संयोग देखने को मिल रहे है. ऐसे में ग्रहों की ये चाल संकेत दे रहे हैं कि अभी तापमान और चढ़ेगा.
ज्योतिषाचार्य का कहना है कि 15 मई को सूर्य ने वृष राशि में प्रवेश किया है. इस प्रवेश के बाद अभी कृतिका नक्षत्र है. लेकिन, 20 मई से रोहिणी नक्षत्र में सूर्य का प्रवेश हो चुका है. इसके बाद यह नक्षत्र चंद्रमा का नक्षत्र माना जाता है. क्योंकि, चंद्रमा जल तत्व है और वह जल का संचय करता है. इसलिए प्रचंड गर्मी पड़ने की संभावना रहेगी. क्योंकि, इसी जल को संचय करके सूर्य आगे बारिश के रूप में प्रदान करता है. वहीं, कृतिका नक्षत्र प्रातः कालीन है, तो यह योग भी प्रचंड गर्मी का संकेत देता है. तीसरा योग बुध के ऊपर शनि की दृष्टि पड़ने से बन रहा है, जो कि बुध पर 4 जून तक रहेगा और उसके बाद मेष राशि परिवर्तित करके वृष राशि में पड़ेगा. तब जाकर गर्मी में राहत मिलेगी.