नई दिल्ली : भारत की स्वदेशी सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत ट्रेन अब केसरिया रंग में नजर आएगी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी है. अभी तक इस ट्रेन को ब्लू रंग में देखा जाता था. इसकी कुछ तस्वीरें सामने आई हैं. इसे चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में तैयार किया जा रहा है. वंदे भारत ट्रेन का निर्माण यहीं पर किया जाता है.
रेलवे अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक केसरिया रंग वंदे भारत ट्रेन के 28वें रैक की होगी. इससे पहले 27 रैक तैयार किए जा चुके हैं और उनका मेन कलर ब्लू है. एक दिन पहले शनिवार को रेल मंत्री चेन्नई इंटीग्रल फैक्ट्री में इस कोच को देखने गए थे. उनके साथ फैक्ट्री के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.
रेल मंत्री ने इसकी तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि मैंने वंदे भारत ट्रेन के उत्पादन का निरीक्षण किया. उन्होंने लिखा कि हमारी स्वदेशी ट्रेन की 28वीं रैक का रंग बदल चुका है और यह भारतीय तिरंगे से प्रेरित है. यह केसरिया है. देश में अब तक कुल 25 वंदे भारत ट्रेनों को चलाया जा चुका है. दो रैक को रिजर्व रखा गया है.
रेल मंत्री ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन पूरी तरह से स्वदेशी है. इसे भारतीय इंजीनियरों और डिजाइनरों द्वारा तैयार किया गया है. इसे मेक इन इंडिया कॉन्सेप्ट के तहत विकसित किया गया है. आपको बता दें कि पहली वंदे भारत ट्रेन 2018-19 में तैयार हुई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे प्रत्येक राज्य में चलाने का संकल्प लिया है.
रेल मंत्री ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन को लेकर जो भी सुझाव आए हैं, उसको इसमें शामिल किया जा रहा है. इन सुझावों के आधार पर ही इसमें एक सिस्टम एड किया गया है. यह एंटी क्लांइबिंग डिवाइस है. इसे वंदे भारत ट्रेन की सभी ट्रेनों में फिट किया जाएगा.
कुछ शिकायतें मोबाइल चार्जिंग को लेकर की गई थी, उसे अब दूर किया गया है. रीडिंग लाइट को बेहतर किया गया. सीट को पहले से आरामदायक बनाया गया है. वॉश बेसिन को थोड़ा और अधिक डीप किया गया है, ताकि उसके छीटें कपड़े पर न पड़ें.
पिछले कुछ महीनों से यह खबरें आ रहीं थीं कि किराया अधिक होने की वजह से लोग इस पर सवारी करना पसंद नहीं करते हैं. सरकार ने इस समस्या को दूर करने के लिए किराया कम करने का फैसला किया है. एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए 25 फीसदी किराया कम करने का ऐलान किया गया है. हालांकि, यह बता दिया गया है कि यह उन मार्गों पर ही होगा, जहां पर पिछले एक महीने में आधी सीटें खाली रह गई थीं.
वंदे भारत ट्रेन को लेकर विपक्षी पार्टी हमलावर रही है. उनका मुख्य आरोप रहा है कि पहले से जो ट्रेनें चल रहीं हैं, उनका मैंटनेंस ठीक से नहीं होता है, तो इस हाईस्पीड ट्रेन से क्या फायदा. साथ ही इसकी सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठते रहे हैं.
अब तक कुल 25 वंदे भारत ट्रेनों को चलाया जा चुका है. यहां पर उनकी पूरी सूची देखें.
- नई दिल्ली - वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस - पहली वंदे भारत ट्रेन 15 फरवरी 2019 से नई दिल्ली-कानपुर-इलाहाबाद-वारणसी रूट पर शुरू की गई थी.
- नई दिल्ली - माता वैष्णो देवी कटरा वंदे भारत एक्सप्रेस (दिल्ली - जम्मू-कश्मीर)
- गांधी नगर - मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस -(महाराष्ट्र - गुजरात)
- नई दिल्ली- हिमाचल प्रदेश (अंदौरा वंदे भारत एक्सप्रेस) - नई दिल्ली - अंदौरा
- चेन्नई - मैसूरु वंदे भारत एक्सप्रेस (तमिलनाडु - कर्नाटक)
- नागपुर - बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस (महाराष्ट्र - छत्तीसगढ़)
- हावड़ा- न्यू जलवाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस (पश्चिम बंगाल)
- सिंकदराबाद- विशाखापत्तनम वंदे भारत एक्सप्रेस (तेलंगाना- आंध्र प्रदेश)
- मुंबई- सोलापुर वंदे भारत एक्सप्रेस (महाराष्ट्र)
- मुंबई - शिरडी वंदे भारत एक्सप्रेस (महाराष्ट्र)
- हजरत निजामुद्दीन - भोपाल एक्सप्रेस (दिल्ली - मध्यप्रदेश)
- सिंकदराबाद-तिरुपति वंदे भारत एक्सप्रेस (तेलंगाना - आंध्र प्रदेश)
- चेन्नई - कोयंबटूर वंदे भारत ट्रेन एक्सप्रेस (तमिलनाडु)
- अजमेर - दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस (राजस्थान - दिल्ली)
- तिरुवनंतपुरम - कासरगोड वंदे भारत एक्सप्रेस (केरल)
- पुरी- हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस (ओडिशा - प.बंगाल)
- देहरादून - दिल्ली (आनंद विहार) वंदे भारत ट्रेन एक्सप्रेस (उत्तराखंड - दिल्ली)
- गुवाहाटी - न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस (असम)
- भोपाल- इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस (भोपाल)
- खजुराहो भोपाल इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस (भोपाल)
- मुंबई- मडगांव वंदे भारत एक्सप्रेस (महाराष्ट्र - गोवा)
- धारवाड़- बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस (कर्नाटक)
- हटिया- पटना वंदे भारत एक्सप्रेस (झारखंड - बिहार)
- गोरखपुर - लखनऊ वंदे भारत एक्स्प्रेस (उत्तर प्रदेश)
- जोधपुर- साबरमती वंदे भारत एक्सप्रेस (राजस्थान - गुजरात)
ये भी पढ़ें :Vande Bharat Train- वंदे भारत ट्रेन में बैठी हुई छात्रा ने मांगा ऑटोग्राफ, पीएम मोदी ने कहा- मेरी राइटिंग इतनी अच्छी नहीं