नई दिल्ली : जाने-माने वैज्ञानिक और नीति आयोग के सदस्य वी के सारस्वत ने मंगलवार को कहा कि एलोपैथी और आयुर्वेद को लेकर बहस करने का काई मतलब नहीं है, ये दोनों अलग अलग तथा उपयोगी चकित्सा पद्धति हैं. उन्होंने आयुर्वेद को जनता के बीच अधिक स्वीकार्य बनाने के लिये और ज्यादा शोध की आवश्यकता पर जोर दिया.
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defense research and development organization) द्वारा कोविड के इलाज के लिये तेयार दवा के विकास से जुड़े रहे सारस्वत ने यह साफ किया कि डीआरडीओ (DRDO) की औषधि का पतंजलि (Patanjali) से कुछ भी लेना-देना नहीं है. उन्होंने यह बात ऐसी रिपोर्टों के बीच कही है जिसमें कहा गया है कि दवा पतंजलि आयुर्वेद के शोध से जुड़ी है.
बाबा रामदेव ने एलोपैथ पर उठाया था सवाल
नीति आयोग (Niti Aayog) के सदस्य ने उक्त बातें एलोपैथी और आयुर्वेद पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) की योग गुरु रामदेव (yog guru ramdev) के बयान पर जतायी गयी आपत्ति के बीच कही है. रामदेव (ramdev) ने कोविड संक्रमण के इलाज में एलोपैथी की प्रभाविता पर सवाल उठाया था, जिसका आईएमए (IMA) ने पुरजोर विरोध किया. रामदेव पतंजलि आयुर्वेद के संचालन से जुड़े हैं.
सारस्वत ने कहा कि भारत में हजारों साल से पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियां हैं और आयुर्वेदिक दवाएं लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार लाने के लिये जानी जाती रही हैं. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि आयुर्वेद और एलोपैथी, चिकित्सा की दो धाराएं हैं और साथ-साथ चलती हैं. एक की विशेष भूमिका है, जबकि दूसरे की एक अलग भूमिका है.
'दोनों पद्धति उपयोगी'
एलौपैथी और आयुर्वेद को लेकर कुछ तबकों में जारी विवाद के बीच सारस्वत ने कहा, 'बहस का वास्तव में कोई मतलब नहीं है. दोनों पद्धति उपयोगी हैं.' उन्होंने कहा, 'मेरी राय है कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को समाज में अधिक स्वीकार्यता के लिए वैज्ञानिक तौर-तरीकों की समझ को लेकर अधिक से अधिक शोध करना चाहिए, जो एलोपैथी में किया गया है.'
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने रामदेव के एलोपैथिक दवाओं. इलाज को लेकर दिये गये बयान को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने 'बेहद दुर्भाग्यपूर्ण' बताया और उनसे बयान वापस लेने को कहा. हर्षवर्धन ने कहा कि इस बयान से कोरोना योद्धाओं के सम्मान को ठेस पहुंचेगी और स्वास्थ्य कर्मियों का मनोबल कमजोर पड़ेगा. इसके बाद रामदेव ने अपने बयान को वापस ले लिया.