ग्राफिक्स के द्वारा समझिए उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन. उत्तरकाशी: बीते 17 दिनों से जिस रेस्क्यू ऑपरेशन पर पूरे देश की नजर बनी हुई थी, वो रेस्क्यू ऑपरेशन 'जिंदगी' मंगलवार 28 नवंबर शाम को करीब 8.30 बजे कंप्लीट हो गया. इससे पहले शाम 7:05 बजे ब्रेकथ्रू मिला. बताया गया कि लगभग 45 मिनट के अंदर सभी श्रमिकों को बाहर निकाल लिया गया. 17 दिन बाद टनल में फंसे 41 मजदूरों ने खुली हवा में सांस और भगवान का शुक्रिया अदा किया. उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने के बाद सरकार और प्रशासन ने भी राहत की सांस ली.
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया के प्लेटफार्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि
उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है. टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है.
मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं.
यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे. इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है.
मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं. उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है. इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है.
जिस वक्त मजदूरों को टनल से बाहर निकाला गया, उस वक्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय मंत्री वीके मौके पर ही मौजूद थे. उन्होंने सबसे पहले बाहर आए मजदूर का हालचाल जाना. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी सभी टीमों को बधाई दी. साथ ही सीएम ने कहा कि आज उनके लिए इगास बग्वाल है.
12 नवंबर की सुबह सिलक्यारा टनल में हादसा हुआ.
18 नवंबर को 5 जगह से ड्रिलिंग की योजना बनाई गई.
21 नवंबर को पहली बार मजदूरों के लिए पका हुआ भोजन भेजा.
22 नवंबर को रेस्क्यू ऑपरेशन ने और तेजी पकड़ी.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बौख नाग देवता का भी अभारा प्रकट किया. सीएम ने कहा कि पूरे विश्वास था कि लोकदेवता इस रेस्क्यू ऑपरेशन को जरूर सफल करेंगे. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद फोन पर रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़ी पल-पल की अपडेट ले रहे थे. बौखनाग देवता की कृपा से यह अभियान सफल हुआ.
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ किया है कि मजदूरों को उच्च कोटि की चिकित्सा सुविधा दी जाएगी. इसको लेकर उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिए है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज का दिन उनके लिए बड़ी खुशी का दिन है, जितनी प्रसन्नता श्रमिक बंधुओं और उनके परिजनों को है, उतनी ही प्रसन्नता आज उन्हें भी हो रही है. बचाव अभियान से जुड़े एक-एक सदस्य का सीएम धामी ने हृदय से आभार प्रकट किया है.
26 नवंबर को वर्टिकल ड्रिल शुरू की.
27 नवंबर को मैनुअल ड्रिलिंग के लिए एक्सपर्ट की टीम पहुंची
28 नवंबर रात को आठ बजे रेस्क्यू टीम को कामयाबी मिली.
गौर हो कि उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल में का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था. जिस कारण टनल में 41 मजदूर फंस गए थे. जिन्हें टनल से निकालने के लिए आधुनिक मशीनों को रेस्क्यू कार्य में उतारा गया था. जिसके बाद आज रेस्क्यू टीम टनल में फंसे लोगों तक पहुंची और उन्हें बाहर निकाला गया.
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