देहरादून :उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते 45 लोगों की मौत हो चुकी है. पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए प्रदेश में हुई मौतों पर दुख जताया है. पीएम ने लिखा कि 'उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा के कारण लोगों की जान जाने से मैं व्यथित हूं. घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें, प्रभावित लोगों की मदद के लिए बचाव कार्य जारी है. मैं सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं.
मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपए देगी सरकार
सीएम पुष्कर सिंह धामी भारी बारिश के बाद ताजा स्थिति का जायजा लेने के लिए विभिन्न जगहों का भ्रमण कर रहे हैं. इसी क्रम में रुद्रपुर पहुंचे सीएम धामी ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे का एलान किया है. सीएम धामी ने कहा कि सरकार मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपए की आर्थिक मदद और टूटे हुए मकानों के लिए एक लाख 9 हजार रुपए देगी.
सीएम धामी ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए वायु सेना की भी मदद मांगी है. हवाई सेना के तीन हेलीकॉप्टर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं, जिनमें से दो हेलीकॉप्टर कुमाऊं और एक हेलीकॉप्टर गढ़वाल में तैनात होगा. मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से अपील भी की है कि इस समय घबराने की जरूरत नहीं है, सरकार पूरी तरीके से प्रदेश वासियों के साथ खड़ी है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा कंट्रोल रूम से प्रदेश की स्थितियों का जायजा लेने के बाद हवाई निरीक्षण करने के लिए रवाना हो गए. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ आपदा मंत्री धन सिंह रावत भी थे. हवाई निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री और मंत्री स्थलीय निरीक्षण पर भी जाएंगे. मुख्य रूप से मुख्यमंत्री और मंत्री आपदा प्रभावित जिलों का दौरा करेंगे.
गुजरात के सीएम ने धामी से की बात
वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मंगलवार को उत्तराखंड के अपने समकक्ष पुष्कर सिंह धामी से बातचीत की और उनसे भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं के बाद फंसे गुजराती तीर्थयात्रियों को हर संभव सहायता मुहैया कराने का आग्रह किया. गुजरात के राजस्व मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि एक आकलन के मुताबिक चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड गए गुजरात के विभिन्न हिस्सों के करीब 100 तीर्थयात्री भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं के बाद वहां फंस गए हैं.
किस जिले में कितनी हुई मौत
जिला | मौत |
नैनीताल | 30 |
चंपावत | 04 |
पौड़ी | 03 |
अल्मोड़ा | 06 |
पिथौरागढ़ | 01 |
बागेश्वर | 01 |
कुल | 45 |
इन नंबरों पर करें संपर्क
सरकार ने किसी भी प्रकार की आपदा की घटनाओं की सूचना या जानकारी लेने के लिए आपदा कंट्रोल रूम नंबर 0135-2710334, टोल-फ्री-1070 के साथ ही मोबाइल नंबर 8218867005, 9557444486 जारी किया है.
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने किया सीएम धामी को फोन
उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार प्रदेश में हालात लगातार नाजुक बने हुए हैं. वहीं केंद्र सरकार से गृह मंत्री अमित शाह ने भी उत्तराखंड के हालातों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जानकारी ली है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से प्रदेश के हालात की जानकारी ली. अब तक के प्रदेश के हालातों पर अगर नजर डालें तो आपदा प्रबंधन की रिपोर्ट कुछ इस तरह से आंकड़े पेश करती है-
नैनीताल जिले के क्वारब में 2, मुक्तेश्वर के गांव में 3, रामगढ़ के झुटिया गांव में 5 लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा अल्मोड़ा जिले में 3 लोगों की मौत हुई है. सोमवार को पौड़ी जिले के लैंसडाउन में 3 मजदूरों की मौत हो गई थी. चंपावत में मां-बेटे समेत दो लोगों की मौत हो गई थी. बागेश्वर के भनार में एक युवक के ऊपर चट्टान से पत्थर गिर गया. इससे उसकी मौत हो गई. सेना की पंचशूल ब्रिगेड ने चंपावत के टनकपुर और नैनीताल जिले में आपदा में फंसे 116 लोगों को रेस्क्यू किया है.
नैनीताल में हाहाकार
नैनीताल जनपद में पिछले 48 घंटे हो रही बारिश ने तबाही मचा दी है. भारी बारिश की वजह से नैनीताल जिले में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. जगह-जगह मलबा आने और सड़कें क्षतिग्रस्त होने से नैनीताल जिले से कुमाऊं मंडल के सभी संपर्क मार्ग कट गए हैं. वहीं, आपदा के चलते अभी तक 30 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि बहुत से लोग अभी लापता हैं.
एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें लापता लोगों की तलाश में जुटी हुईं हैं. सेना और एयरफोर्स को भी मदद के लिए बुलाया गया है. लगातार बारिश होने की वजह से राहत और बचाव कार्य में देरी हो रही है. संपर्क मार्ग कटने से राहत टीमों को बचाव कार्यों के लिए पैदल जाना पड़ रहा है.
अपर जिला अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि आपदा से सबसे ज्यादा नुकसान नैनीताल जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों में हुआ है. कई मकान बह गए हैं. इसके अलावा घरों में मलबा घुसने से सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. नैनीताल जनपद में अभी तक 30 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि अभी भी बहुत लोग लापता हैं जिनकी तलाश जारी है.
915 लोगों को निकाला सुरक्षित
नैनीताल जनपद में लगातार हो रही बारिश के के बीच आपदा प्रबंधन टीम एवं एसडीआरएफ को मय आपदा उपकरणों के तत्काल आपदाग्रस्त क्षेत्रों में फंसे यात्रियों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है.
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अल्मोड़ा में 2 मकान ढहे, तीन की मौत
अल्मोड़ा जिले में तहसील भतरौंजखान के रापड़ गांव में मूसलाधार बारिश होने की वजह से एक मकान ढह गया जिसमें 3 लोगों की दबने से मौत हो गई है. एक महिला को सुरक्षित निकाल दिया गया है. भिकियासैण तहसील में भी एक आवासीय भवन के जमींदोज होने की सूचना है. इसमें कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. जिले में वर्षा के आंकड़ों बात करें तो अधिकतम वर्षा के आंकड़े 230 एमएम ताकुला क्षेत्र में दर्द किए गए हैं. मार्गों की बात करें तो अल्मोड़ा में 01 राष्ट्रीय राजमार्ग, 7 राज्य मार्ग और 09 ग्रामीण मार्ग बंद हैं.
48 घंटे से हो रही है बारिश
उत्तराखंड में मौसम के हाई अलर्ट के बाद लगातार पिछले 48 घंटों से बरसात हो रही है. प्रदेश के कई इलाकों में बारिश के बढ़े हुए आंकड़े सामने आए हैं तो वहीं नदियां भी उफान पर हैं. उत्तराखंड इस समय खराब मौसम की वजह से नाजुक हालातों से गुजर रहा है. हालांकि, प्रदेश सरकार के साथ-साथ यकीनन सरकार भी लगातार हालातों पर नजर बनाए हुए है, तो वहीं पिछले 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश के बाद मैदान से लेकर पहाड़ों पर क्या कुछ हालात हैं और नदियों की क्या कुछ स्थिति है सरकार इस पर नजर बनाए हुए है.
चमोली में 4 मजदूर मलबे में दबे
चमोली जिले में बीती रात करीब 1 बजे मूसलाधार बारिश के चलते जोशीमठ मखंड़ी के पास लैंडस्लाइड होने से 4 मजदूर, जिनमें से 3 महिला और एक पुरुष थे के दबने की सूचना मिली है. इसमें से एक महिला घायल है. अन्य लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. जिले में अब तक अधिकतम वर्षा 185mm जोशीमठ क्षेत्र में दर्ज की गई है. चमोली में बहने वाली नदियों की अगर हम बात करें तो अलकनंदा नदी 955.30 मीटर पर बह रही है. इस नदी का खतरे का स्तर- 957.42 मीटर है. नंदाकिनी नदी का जलस्तर इस समय- 868.25 मीटर है. नंदाकिनी के खतरे का स्तर- 871.50 मीटर है. कर्णप्रयाग में पिंडर नदी का जलस्तर इस समय- 771 मीटर है. इसका खतरे का स्तर- 773.00 मीटर है.