देहरादून :प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा को लेकर नैनीताल हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. राज्य सरकार ने सियासी उठा-पटक के बीच चारधाम यात्रा संचालित किए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी (विशेष अनुमति याचिका) दायर कर दी है.
दरअसल, राज्य सरकार की तैयारियों से नाखुश हाई कोर्ट ने चारधाम यात्रा शुरू करने पर रोक लगाई थी. एक दिन पहले ही राज्य सरकार ने कहा था कि वो नैनीताल हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट नहीं जाएगी. हाई कोर्ट के फैसले की समीक्षा करेगी.
सीएम धामी के निर्देश के बाद SLP दाखिल
प्रदेश के नए सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल की गई है. ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि चारधाम यात्रा संचालित करने के लिए सरकार को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल सकती है.
हाई कोर्ट में सात जुलाई को होनी है सुनवाई
उत्तराखंड हाई कोर्ट ने चारधाम यात्रा पर सात जुलाई तक रोक लगा दी थी. सात जुलाई को ही मामले पर फिर सुनवाई होनी है. हाई कोर्ट ने सरकार को सात जुलाई को दोबारा से शपथपत्र दाखिल करने को कहा है. कोर्ट ने चार धामों की लाइव स्ट्रीमिंग भी करने को कहा था, जिससे श्रद्धालु घर से ही उनके दर्शन कर सकें.
हाई कोर्ट ने कही थी ये बड़ी बात
हाई कोर्टने आधी अधूरी जानकारी देने के कारण न सिर्फ अधिकारियों को फटकार लगाई, बल्कि यात्रा के लिए सरकार द्वारा आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लागू करने के फैसले पर सवाल उठाया था. कोर्ट ने कहा था कि कुंभ में भी कोरोना जांच में फर्जीवाड़ा हुआ है. ऐसे में चारधाम में सैनेटाइजर और हाथ धोने का इंतजाम कौन देखेगा? इस दौरान कोर्ट ने कहा था कि 'हमारे लिए श्रद्धालुओं का जीवन महत्वपूर्ण है'.