देहरादून (उत्तराखंड): उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को निकलने के लिए राहत बचाव का सिलसिला जारी है. आज 9वें दिन टनल में फंसे मजदूरों के साथ ही श्रमिकों के परिजनों की परेशानी बढ़ने लगी है. जिसे देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने मजदूरों का हालचाल जानने सिलक्यारा पहुंचने वाले परिजनों का खर्चा उठाने का निर्णय लिया है. इसके साथ ही मजदूरों के परिजनों से बातचीत और उन्हें समझने के लिए उत्तराखंड शासन ने तीन और अधिकारियों को उत्तरकाशी भेजने का निर्णय लिया है.
श्रमिकों के परिजनों का खर्च उठाएगी सरकार:सरकार की ओर से लिए गए निर्णय के अनुसार, फंसे हुए श्रमिकों के परिजनों के आने, रहने, खाने-पीने और मोबाइल का खर्च सरकार वहन करेगी. साथ ही फंसे हुए मजदूरों को निकलने के लिए चल रहे राहत बचाव के कार्यों की जानकारी मजदूरों से संबंधित राज्यों के अधिकारियों को भी दी जाएगी. फंसे हुए मजदूरों के परिजनों से समन्वय बनाने के लिए पहले से ही आईएएस डॉ नीरज खैरवाल और एसडीएम शैलेन्द्र घनटनास्थल पर तैनात हैं.
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सीएम धामी ने कहा सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने का कार्य तेजी से चल रहा है. ऐसे में टनल में फंसे हुए मजदूरों के परिजन अगर हालचाल जानने के लिए आ रहे हैं तो उनका सारा खर्च सरकार उठाएगी. इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है. साथ ही, अन्य राज्यों को राहत बचाव संबंधी जानकारी देने के लिए तीन और अधिकारियों को घटना स्थल पर भेजा गया है, जो वहां पर राहत बचाव कार्यों से जुड़ी तमाम व्यवस्थाओं की बेहतर करने में जरूरी निर्देश देंगे.
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युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन:बता दें उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में हुए लैंडस्लाइड के चलते फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है. सीएम धामी ने कहा सुरंग में बचाव कार्य के साथ ही मजदूरों का हालचाल जानने आ रहे परिजनों से बेहतर समन्वय स्थापित कर पल पल की जानकारी दे रहे हैं. बेहतर समन्वय बनाए रखने के लिए घटना के दिन से ही उत्तरकाशी में पुलिस का कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया था. जहां से फंसे हुए मजदूरों के परिजनों को अपडेट दी जा रही है.
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इन अधिकारियों को मिली जिम्मेदारी:आईएएस अधिकारी डॉ नीरज खैरवाल को केंद्रीय संस्थानों, एजेंसियों और विशेषज्ञों की टीम से साथ समन्वय बनाने की जिम्मेदारी दी गई है. इसके साथ ही एसडीएम शैलेन्द्र सिंह नेगी को भी व्यवस्थाओं को देखने के लिए पहले ही मौके पर भेजा जा चुका है. इसी क्रम में सीएम धामी के निर्देश पर गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने हरिद्वार के एसडीएम मनीष सिंह, डीएसओ हरिद्वार तेजबल सिंह और डीपीएओ रुद्रप्रयाग अखिलेश मिश्रा को टीम में शामिल करने के आदेश दे दिए हैं. ये तीनों अधिकारी फंसे हुए मजदूरों के परिजनों के लिए भोजन, आवास और परिवहन की व्यवस्था को देखने के साथ ही राहत बचाव के कार्यों की व्यवस्था भी देखेंगे.
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सिलक्यारा पहुंची रोबोटिक टीम:उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए रोबोट की मदद भी ली जा रही है. रोबोटिक्स मशीन के साथ डीआरडीओ की टीम भी उत्तरकाशी सिलक्यारा पहुंच गई है.