देहरादून: उत्तराखंड के देहरादून जिले में जमीन रजिस्ट्री फर्जीवाड़े को अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड केपी (कंवर पाल) सिंह की आज गुरुवार 19 अक्टूबर को मौत हो गई. केपी सिंह यूपी की सहारनपुर जेल में बंद था. बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद जेल प्रशासन ने उसे सहारनपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान केपी सिंह की मौत हो गई. सहारनपुर जेल प्रशासन ने केपी सिंह की मौत को सामान्य बताया है.
बता दें कि, बीते दिनों रजिस्ट्री फर्जीवाड़े के मामले में देहरादून पुलिस ने केपी सिंह को गिरफ्तार किया और सहारनपुर कोर्ट में पेश करने के बाद बी वारंट पर देहरादून लेकर आई थी. केपी सिंह देहरादून की सुद्दोवाला जेल में बंद था. केपी सिंह को रिमांड पर लेकर एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) ने लंबी पूछताछ की थी. इस दौरान एसआईटी ने उससे कई राज खुलवाए थे.
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केपी सिंह पर सहारनपुर में कई मुकदमें दर्ज:केपी सिंह के खिलाफ यूपी के सहारनपुर जिले में भी कई मुकदमें दर्ज थे. ऐसे में कुछ दिनों पहले सहारनपुर पुलिस केपी सिंह को देहरादून से लेकर गई थी. इन दिनों केपी सिंह सहारनपुर जेल में बंद था, जहां आज 19 अक्टूबर को उसकी अचानक तबियत खराब हो गई, जिसे जेल प्रशासन ने तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया था. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
ऐसे किया देहरादून में घोटाला: केपी सिंह मूल रूप से सहारनपुर के नकुड़ का रहने वाला था. केपी सिंह को जमीनों का बड़ा जालसाज कहा जाता था, जिसने पहले बैनामों में छेड़छाड़ करने का खेल शुरू किया था. आरोप है कि सहारनपुर में रखे देहरादून के रिकॉर्ड को केपी सिंह देहरादून लेकर आता और दून में वकील कमल विरमानी व इमरान के साथ मिलकर रिकॉर्ड के फर्जी दस्तावेज बनाता था. इसके बाद वास्तविक दस्तावेज को जलाकर नष्ट कर देता था. केपी सिंह ने बैनामों में इस तरह से खेल कर फर्जीवाड़े से जमीनें बेचकर करोड़ों रुपये कमाए हैं.
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केपी की मौत पर उठे सवाल:हालांकि, जब इस मामले का पर्दाफाश हुआ और देहरादून पुलिस उसकी तलाश में जुटी तो केपी सिंह ने एक पुराने मुकदमे में जमानत तुड़वाई और सहारनपुर जेल में बंद हो गया. वहीं, जिस तरह से इस फर्जीवाड़े में अब तक रजिस्ट्रार कार्यालय में तैनात तीन बाइंडर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है. वहीं आज केपी सिंह की भी मौत हो गई है, जिससे केपी सिंह की मौत पर सवाल खड़े किए जा रहे है. हालांकि, सहारनपुर का जेल प्रशासन केपी सिंह की मौत को सामान्य बता रहा है.
वहीं, पूरे मामले में देहरादून नगर कोतवाली प्रभारी राकेश गुसाईं ने बताया कि फर्जी रजिस्ट्री मामले में अब तक 18 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पिछले दिनों जब केपी सिंह की देहरादून पुलिस ने तलाश शुरू की थी तो वो पुराने मामले में जमानत तुड़वाकर जेल चला गया था. कोतवाली प्रभारी राकेश गुसाईं के मुताबिक केपी के खिलाफ सहारनपुर में भी मुकदमा दर्ज था जबकि वह देहरादून के दो मुकदमों में नामजद था, लेकिन आज सहारनपुर जेल में तबीयत खराब होने के बाद सहारनपुर एसबीडी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है. देहरादून पुलिस, सहारनपुर पुलिस से जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है.
इस मामले में देहरादून एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने सहारनपुर एसएसपी और वरिष्ठ अधीक्षक जिला कारागार सहारनपुर से फोन पर बात की. इस दौरान देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि सहारनपुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रथम दृष्टता केपी सिंह की मौत का कारण हाइपरटेंशन व हार्ट अटैक होना बताया जा रहा है.