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उत्तराखंड में कांग्रेस की सह-प्रभारी दीपिका पांडे ने पद से दिया इस्तीफा

कांग्रेस पार्टी की सह प्रभारी दीपिका पांडे (Congress party's co-in-charge Deepika Pandey) ने इस्तीफा दिया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए प्रदेश सह प्रभारी और राष्ट्रीय सचिव दोनों ही पदों से इस्तीफा देने की जानकारी दी है. इस दौरान दीपिका पांडे ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है.

Congress party's co-in-charge Deepika Pandey
कांग्रेस पार्टी की सह प्रभारी दीपिका पांडे

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Published : Mar 13, 2022, 3:19 PM IST

देहरादून:उत्तराखंड विधानसभा चुनाव-2022 में हार के बाद कांग्रेस नेता दीपिका पांडे (Deepika Pandey) ने पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और सह-प्रभारी के पद से इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष हाईकमान को इस्तीफा देने की बात कह चुके हैं. वहीं अब कांग्रेस पार्टी की प्रदेश सह प्रभारी दीपिका पांडे ने सह प्रभारी पद से इस्तीफा दे दिया है. बता दें कि, उत्तराखंड में बीजेपी 47 सीटों के साथ लगातार दूसरी बार सरकार बनाने जा रही है. राज्य में कांग्रेस को जिस तरह हार का सामना करना पड़ा है. उसके बाद पार्टी में इस्तीफा की भी शुरूआत हो गई है. इसी कड़ी में सबसे पहले पार्टी की सह प्रभारी दीपिका पांडे ने इस्तीफा दिया है.

कांग्रेस के सह प्रभारी दीपिका पांडे ने दिया इस्तीफा.

हार की ली जिम्मेदारी: कांग्रेस पार्टी की सह प्रभारी दीपिका पांडे ने इस्तीफा दिया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए प्रदेश सह प्रभारी और राष्ट्रीय सचिव दोनों ही पदों से इस्तीफा देने की जानकारी दी है. इस दौरान दीपिका पांडे ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है. दीपिका ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने उत्तराखंड की सह-प्रभारी और राष्ट्रीय सचिव के पद से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने आभार जताते हुए लिखा कि राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं नेतृत्व को धन्यवाद देती हूं.

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हालांकि उनके इस्तीफे की खबर के बाद पार्टी के प्रदेश महामंत्री संगठन मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि इस्तीफा कोई समाधान नहीं है और पार्टी स्तर पर उनसे बात की जाएगी. क्योंकि अब प्रदेश में और कई चुनौतियां हैं, जिनसे पार्टी को फांसीवादी ताकतों से लड़ना है. लिहाजा इस्तीफे की बात छोड़कर पार्टी को लड़ाई के लिए खुद को तैयार करना होगा. बता दें कि राज्य की 70 विधानसभा सीटों में से भाजपा को 47 पर जीत मिली है और कांग्रेस को 19 सीटों से संतोष करना पड़ा है.

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