देहरादून: पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (रि) ने पुष्कर सिंह धामी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. उत्तराखंड में यह पहली बार हुआ, जब जनता ने किसी मुख्यमंत्री को लगातार दूसरी बार अवसर दिया है. भाजपा विधायक दल की बैठक में धामी को फिर से नेता चुना गया है. वहीं पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव में दो-तिहाई बहुमत प्राप्त कर भाजपा लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज हुई है. लेकिन सीएम धामी स्वयं खटीमा सीट से चुनाव हार गए, इसके बावजूद भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने धामी पर ही भरोसा जताया है. साथ ही धामी को छह महीने के अंदर विधायकी का चुनाव जीतना होगा.
गौर हो कि पुष्कर सिंह धामी के दोबारा सीएम बनने से पार्टी कार्यकर्ताओं मे जबरदस्त उत्साह है. देहरादून के परेड मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण के कई लोग साक्षी बने. कार्यकर्ता ढोल नगाड़ों के साथ जश्न मनाते दिखाई दिए. वहीं पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव में दो-तिहाई बहुमत प्राप्त कर भाजपा लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज हुई है. जिसके बाद पार्टी हाईकमान ने भी उन पर भरोसा जताया है. वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अगले 6 महीने के अंदर उन्हें विधानसभा का सदस्य बनना होगा. क्यों कि धामी को इस विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है.
भाजयुमो में निभा चुके अहम जिम्मेदारी:धामी भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. बीजेपी के युवा कार्यकर्ताओं पर उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है. उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री बनाए जाने के पीछे बीजेपी की एक रणनीति युवा वोटरों को साधने की भी हो सकती है. ये रणनीति 2024 के लोकसभा चुनाव में रंग दिखाएगी.
खटीमा से दो बार विधायक, तीसरी बार हारे: धामी ऊधमसिंह नगर जिले की खटीमा विधानसभा सीट से लगातार दूसरी बार विधायक थे. लेकिन इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा. धामी को उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी का करीबी माना जाता है. कोश्यारी अब सक्रिय राजनीति में नहीं हैं और फिलहाल महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं. राजनाथ सिंह के भी धामी करीबी माने जाते हैं.
धामी का राजनीति सफर: पुष्कर सिंह धामी 2012 में पहली बार खटीमा सीट से विधायक बने. उन्होंने तब कांग्रेस के देवेंद्र चंद को करीब 5 हजार वोटों से अंतर से हराया था. 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में धामी ने खटीमा से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की. इस बार उन्होंने कांग्रेस के भुवन चंद्र कापड़ी को 3 हजार से कम अंतर से हराया. 2022 के चुनाव में उन्हें कांग्रेस के भुवन कापड़ी ने छह हजार से ज्यादा वोटों से हराया. उत्तराखंड में भाजपा की बहुमत के साथ जीत हुई. प्रदेश के इतिहास में पहली बार ऐसा होने जा रहा है कि कोई पार्टी लगातार दूसरी बार सरकार बनाएगी.
लखनऊ विश्वविद्यालय से की पढ़ाई:पुष्कर सिंह धामी की राजनीति सफरनामा पर एक नजर डालते हैं. पुष्कर सिंह धामी का जन्म पिथौरागढ़ के टुंडी गांव में हुआ. इन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से अपनी उच्च शिक्षा हासिल की. धामी पोस्ट ग्रेजुएट हैं. व्यावसायिक शिक्षा में उन्होंने मानव संसाधन प्रबंधन और औद्योगिक संबंध के मास्टर डिग्री ली है.