देहरादून :उत्तराखंड प्रदेश के काशीपुर में कोरोना की दूसरी लहर के बाद अबस्वास्थ्य विभाग के लिए तीसरी लहर चुनौती बनती नजर आ रही है.कोविड संक्रमण की तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा संक्रमित होने का खतरा बताया जा रहा है. काशीपुर में एक निजी अस्पताल में 16 दिन के नवजात शिशु में एंटीबॉडी मिली है. जिसके बाद नवजात शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर लापरवाही नहीं बरतने की सलाह दी है.
16 दिन के बच्चे में मिली एंटीबॉडी:
काशीपुर से मुरादाबाद रोड पर स्थित बिहार अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. कुशाल अग्रवाल ने कहा कि एंटीबॉडी वास्तव में प्रोटेक्टिव कण होते हैं. 16 दिन के नवजात शिशु को उसके परिजन उल्टी, दस्त और बुखार की शिकायत होने पर अस्पताल लाए थे. जांच के दौरान कोविड-19 एंटीबॉडी नवजात में पाई गई. फिलहाल नवजात ठीक है और अस्पताल ने उसे छुट्टी दें दी है.
नवजात की मां से या उसके आसपास के क्षेत्र से एंटीबॉडी ग्रहण होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि बच्चों में एंटीबॉडी ग्रहण करने की 2 प्रतिशत संभावना होती है. कोरोना की तीसरी लहर से हालांकि इसका कोई लेना देना नहीं है. कोरोना की संभावित तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर सावधानी बरतने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि परिवार में अगर किसी को खांसी, जुकाम की शिकायत है तो वह बच्चों से दूर रहें. 2 साल से ऊपर के बच्चों को मास्क लगाकर रखें. बच्चों में बुखार, खांसी, जुकाम के अलावा उल्टी दस्त होने पर तुरंत डॉक्टरों से परामर्श लें.