पौड़ी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar pradesh CM Yogi adityanath) उत्तराखंड दौरे पर हैं. ऐसे में जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचने पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया है. जिसके बाद योगी आदित्यनाथ यमकेश्वर के लिए रवाना हो गए. वहीं, सीएम योगी ने यमकेश्वर पहुंचकर गोरक्षनाथ राजकीय महाविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत की और ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ जी महाराज की मूर्ति का अनावरण किया.
अपने संबोधन में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह देवभूमि उत्तराखंड को कोटि-कोटि नमन करते हैं. आज अक्षय तृतीया का पावन पर्व है. वह कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि आज महंत अवैद्यनाथ महाराज की प्रेरणा से साल 1996-97 में यमकेश्वर में गोरक्षनाथ महाविद्यालय की स्थापना हुई थी. वहीं, महंत अवैधनाथ महाराज की मूर्ति का अनावरण किया गया और उनकी जन्मभूमि भी यही है. बहुत छोटी उम्र में महंत अवैद्यनाथ ने घर छोड़ दिया था. 1940 के बाद वह कभी भी इस क्षेत्र में नहीं लौटे, लेकिन उन्हें हमेशा अपने क्षेत्र की चिंता रहती थी. ऐसे में उन्होंने यमकेश्वर क्षेत्र की जनता के लिए यहां महाविद्यालय की स्थापना की थी.
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गुरू को याद करते हुए भावुक हुए सीएम योगी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2005 के बाद इस महाविद्यालय में नियमित कक्षाएं संचालित हो रही है. वह उत्तराखंड सरकार और मुख्यमंत्री धामी का धन्यवाद अदा करते हैं कि उन्होंने आज इस महाविद्यालय में साइंस की कक्षाएं भी संचालित करने की घोषणा की है. अपने गुरू को याद करते हुए सीएम योगी भावुक भी हो गए. उन्होंने कहा कि वह अपने आप को सौभाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें अपनी गुरू की प्रतिमा का आज अनावरण करने का मौका मिला है. उन्होंने कहा कि वह अपने गुरुजनों को सम्मानित करने पर भी गौरवांवित महसूस कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कक्षा एक से नौ तक की शिक्षा उन्होंने गांव में रहकर पढ़ाई की. ऐसे में उन्हें अपने गुरुजनों को सम्मानित करके काफी खुशी मिली है. इस मौके पर सीएम योगी ने उत्तराखंड से पलायन को लेकर भी अपनी चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के नौजवान पढ़ाई और रोजगार के लिए बाहर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पठन-पाठन का बहुत अच्छा माहौल है. ऐसे में उत्तराखंड की सरकार को इस दिशा में कार्य करना चाहिए. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश सरकार इस दिशा में बेहतर कार्य कर सकती है.
इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महंत अवैद्यनाथ की मूर्ति अनावरण का कार्यक्रम पूर्व में किन्हीं कारणों से नहीं हो पाया था. इसके बाद कोरोना संक्रमण ने देश में दस्तक दी और दो साल तक पूरा देश इस महामारी से जूझता रहा लेकिन इस महामारी में केंद्र सरकार ने बहुत संवेदनशीलता दिखाई. बड़े पैमाने में पूरे देश में फ्री वैक्सीनेशन का कार्यक्रम चला और हर किसी को वैक्सीन लगाई गई. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में सभी को दोनों कोरोना वैक्सीन की डोज लग चुकी है.
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखंड में अपार संभावनाएं हैं. वह देख रहे हैं कि आज गाड़ गदेरे और नदियां सूख चुकी है. इसलिए बड़े पैमाने में वृक्षारोपण करना होगा ताकि, दोबारा से इन नदियों का प्रवाह हो सके. आध्यात्मिक पर्यटन के हिसाब से उत्तराखंड से सुंदर कोई जगह नहीं है. धार्मिक पर्यटन के हिसाब उत्तराखंड को एक मॉडल स्टेट बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा. इस दिशा में हमें मिलकर कार्य करना होगा.