नई दिल्ली:भारत की अध्यक्षता में शुक्रवार को क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक दिल्ली में आयोजित की गई. क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि क्वाड (Quadrilateral Security Dialogue) कोई सैन्य समूह नहीं है. यह प्राकृतिक आपदाओं के समय मानवीय स्थितियों से निपटने के लिए देशों की मदद करने के लिए काम करता है. उन्होंने कहा कि हम उन चीजों पर काम कर रहे हैं, जो वाकई में महत्वपूर्ण हैं. क्वाड विदेश मंत्रियों की यह बैठक 'द क्वाड स्क्वाड: पावर एंड पर्पज ऑफ द पॉलीगॉन' थीम पर हुई.
विदेश मंत्रालय द्वारा ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के साथ आयोजित भू-राजनीति और भू-रणनीति पर प्रमुख सम्मेलन रायसीना डायलॉग के 8वें संस्करण के मौके पर क्वाड के विदेश मंत्रियों की मुलाकात हुई. इस दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि वह क्वाड के माध्यम से न केवल सरकारों, शिक्षाविदों, विशेषज्ञों को एक साथ लाने की कोशिश कर रही है, जहां हम प्रौद्योगिकी, नवाचार, लाभ पर एक साथ सहयोग कर सकते हैं बल्कि हमारे चार देश विशेष रूप से विभिन्न तरीकों से हमारे सहयोग को बढ़ाने के लिए बहुत अच्छी स्थिति में हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्री के अनुसार क्वाड देशों के पास अच्छी, सकारात्मक और सकारात्मक कार्रवाई की ताकत है. यूक्रेन-रूस युद्ध को लेकर भी ब्लिंकन ने अपनी प्रतिक्रिया दी. विदेश मंत्री एस जयशंकर की अध्यक्षता में हुई चर्चा में ब्लिंकन ने कहा कि यूक्रेन में जो रूस कर रहा है अगर हम उसे नहीं रोकेंगे तो यह दुनिया के लिए एक गलत संदेश होगा. इस बैठक में ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग और जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने भी हिस्सा लिया. ब्लिंकन ने कहा कि भविष्य में हमारा फोकस हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर है लेकिन अगर हम यूक्रेन पर रूस के हमले को नजरअंदाज करते हैं तो यह न सिर्फ यूक्रेनियन, यूक्रेन और यूरोप के लिए बल्कि पूरी दुनिया पर इसका असर पड़ेगा.
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आपको बता दें कि 2 से 4 मार्च तक रायसीना डायलॉग के 8वें संस्करण का उद्घाटन गुरुवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. जिसमें मुख्य अतिथि इटकी की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने संबोधित किया. आपको बता दें कि यह सम्मेलन 'Provocation, Uncertainty, Turbulence: Lighthouse in the Tempest?' विषय के तहत आयोजित किया गया. जिसमें 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों की भागीदारी देखी जा रही है.