संयुक्त राष्ट्र : युद्धग्रस्त देश अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के मिशन ने भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी व अन्य पत्रकारों की हत्या की जांच की मांग की है. महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक ने अपनी दैनिक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि महासचिव ने दुनिया में कहीं भी मारे गए या वास्तव में उत्पीड़न का शिकार हुए पत्रकारों पर दुख जताया और दानिश सिद्दीकी का मामला ऐसा ही एक मामला है.
वह पुलित्जर पुरस्कार प्राप्त फोटो पत्रकार सिद्दीकी की हत्या पर पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे. सिद्दीकी रॉयटर संवाद समिति के लिए काम करते थे और शुक्रवार को अफगानिस्तान के कंधार प्रांत में पाकिस्तान से लगे एक बॉर्डर क्रॉसिंग के पास अफगान सैनिकों और तालिबान आतंकवादियों के बीच भीषण लड़ाई की कवरेज करने के दौरान मारे गए.
अमेरिका ने भी दुख जताया
अमेरिका में जो बाइडन प्रशासन और सांसदों ने अफगानिस्तान में अफगान बलों और तालिबानी आतंकवादियों के बीच जंग को कवर करने के दौरान भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत पर शोक जताया है. वर्ष 2018 में पुलित्जर पुरस्कार जीत चुके सिद्दीकी रॉयटर्स समाचार एजेंसी के लिए काम करते थे. पाकिस्तान के साथ सीमा के पास स्पिन बोल्डक शहर में शुक्रवार को वह मारे गए. उस दौरान वह अफगान विशेष बलों के साथ जुड़े हुए थे.
अमेरिका के विदेश विभाग में प्रधान उप प्रवक्ता जलिना पोर्टर ने पत्रकारों से कहा कि हमें यह सुनकर गहरा दुख हुआ है कि रॉयटर्स के फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी अफगानिस्तान में लड़ाई को कवर करते हुए मारे गए. उन्होंने कहा कि सिद्दीकी ने अक्सर दुनिया के सबसे अधिक जरूरी और चुनौतीपूर्ण खबरों पर अपने काम से प्रशंसा पाई.
वह ध्यान आकर्षित करने वाली तस्वीरें लेते थे जो भावनाओं से ओत-प्रोत होतीं और सुर्खियां बनाने वाले मानवीय चेहरे को व्यक्त करते थे. रोहिंग्या शरणार्थी संकट पर उनकी शानदार रिपोर्टिंग ने उन्हें 2018 में पुलित्जर पुरस्कार दिलाया.