वाशिंगटन डीसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रोनाल्ड रीगन सेंटर में भारतीय प्रवासियों को संबोधित किया और 100 से अधिक चोरी हुए पुरावशेषों को भारत वापस लौटाने के अमेरिकी सरकार के फैसले पर खुशी जाहिर की. पीएम मोदी ने कहा कि भारत की 100 से ज्यादा पुरानी मूर्तियां, जो हमारे यहां से चोरी हो गई थीं, उन्हें वापस करने का फैसला लिया गया है. ये पुरावशेष वर्षों पहले अलग-अलग तरीकों से अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचे. मैं इसे वापस लौटाने के लिए अमेरिकी सरकार का विशेष रूप से आभारी हूं. पीएम ने कहा, 'मैं इस भाव के लिए अमेरिकी सरकार को विशेष धन्यवाद देता हूं.' उन्होंने कहा कि इससे यह भी पता चलता है कि दोनों देशों के बीच संबंध व्यापार-केंद्रित नहीं, बल्कि भावनात्मक भी हैं.
बता दें कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को पुनर्जीवित करने के प्रयास में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार दुनिया भर से पुरावशेषों और कलाकृतियों को वापस ला रही है. एक सरकारी बयान में कहा गया है, 'सदियों से, असंख्य अमूल्य कलाकृतियां, जिनमें से कुछ का गहरा सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है, चोरी हो गईं और विदेशों में तस्करी कर ली गईं. सरकार ने भारतीय कलाकृतियों और सांस्कृतिक विरासत को वापस लाने के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया.'
यह बताते हुए कि कैसे अन्य देशों से भारतीय पुरावशेषों की लगातार वापसी हो रही है, पीएम ने कहा, 'जब मैं पिछली बार अमेरिका आया था, तो बहुत सारी पुरानी पुरावशेष भारत लौट आए थे. मैं दुनिया में जहां भी जाता हूं, वहां की सरकार जो भारत का होता है, उसे लौटा देती है. वे मुझे एक ऐसे उचित व्यक्ति के रूप में देखते हैं, जिस पर भरोसा किया जा सकता है. वे भारतीय पुरावशेष यह सोचकर लौटा देते हैं कि वह उन्हें वापस सही स्थान पर रख दिया जाएगा.'