नई दिल्ली: यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने गुरुवार को घोषणा की कि वह जॉनसन एंड जॉनसन कोविड-19 वैक्सीन के इमरजेंसी उपयोग को सीमित कर रहा है. उन्हें शक है कि जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन जीवन के लिए खतरनाक 'खून के थक्के' बना रही है. एफडीए ने एक बयान में कहा कि वैक्सीन मिलने के बाद थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) के साथ थ्रोम्बोसिस नामक एक दुर्लभ और खतरनाक क्लॉटिंग स्थिति के जोखिम के कारण यह बदलाव किया जा रहा है. ये बदलाव ऑथराइज्ड बूस्टर खुराक पर भी लागू होता है. बता दें कि इससे पूर्व भी अमेरिका की नियामक संस्था ने साल 2021 के दिसंबर महीने में जॉनसन एंड जॉनसन के कोरोना वैक्सीन पर अस्थायी रोक लगाने की अनुशंसा की थी.
पढ़ें : कोविड-19: हवा में तैर रहा कोरोनावायरस भी कर सकता है संक्रमित
जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन को पिछले साल फरवरी में आपातकालीन उपयोग के लिए अधिकृत किया गया था. एफडीए के सेंटर फॉर बायोलॉजिक्स इवैल्यूएशन एंड रिसर्च के निदेशक पीटर मार्क्स ने सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के हवाले से कहा कि हमारी कार्रवाई इस वैक्सीन के जोखिम के हमारे अद्यतन विश्लेषण को दर्शाती है. हम कुछ व्यक्तियों के लिए वैक्सीन के उपयोग को सीमित कर रहे हैं. मार्क्स ने आगे कहा कि एफडीए जैनसेन COVID-19 वैक्सीन और इसके साथ जुड़े टीटीएस के मामलों बारीकी से निगरानी कर रहा है. प्राधिकरण ने दावा किया है कि इस फैसले से पहले सुरक्षा निगरानी प्रणालियों से अद्यतन जानकारी का उपयोग किया गया है.