अजमेर. सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 812वें उर्स के मद्देनजर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की हुकूमत और अवाम की ओर से दरगाह में चादर पेश की गई. चूड़ी बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल से पाकिस्तानी जायरीन जुलूस के रूप में दरगाह पंहुचे. यहां रास्ते में पाकिस्तानी जायरीन कलाम पढ़ते हुए दरगाह आए. कड़ी सुरक्षा के बीच पाक जायरीन के जत्थे ने दरगाह में जियारत की.
ख्वाजा गरीब नवाज का 812वां उर्स के पांचवे दिन दरगाह में जायरीन का सैलाब उमड़ पड़ा है. रात से ही जायरीन की संख्या में पहले की तुलना में काफी बढ़ोत्तरी हो गई है. आशिकाने ख्वाजा अपनी मन्नतें और मुरादे लेकर ख्वाजा की चौखट को चूम रहे हैं और दोनों हाथ उठाकर दुआएं कर रहे हैं. बुधवार को पाकिस्तानी जायरीन के जत्थे ने दरगाह में उर्स के मौके पर हाजरी लगाई. पाकिस्तानी जायरीन अपने साथ पाकिस्तानी हुकूमत और अवाम की ओर से चादर लेकर भी आए थे. चूड़ी बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल से पाकिस्तानी जायरीन को 10-10 के ग्रुप में बाहर निकाला. प्रत्येक 10 लोगों के बीच 20 पुलिसकर्मी और 5 खुफिया पुलिसकर्मी मौजूद रहे. नला बाजार स्थित खजाना गली से सभी पाक जायरीन को एक साथ कर दिया गया. यहां से पाक जायरीन चादर थामे दरगाह की और आगे बढ़ चले. जुलूस में पाक जायरीन कलाम पढ़ते हुए दरगाह पहुंचे.
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