रांची : झारखंड के रांची में 30 अगस्त 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अरबन हाट की आधारशिला रखी थी, लेकिन योजना में हुए बदलाव के बाद काम बंद हो गया, जो आज तक शुरू नहीं हो सका.
जहां पर अरबन हाट तैयार होना था वहां अब असामाजिक तत्वों की अय्याशी का एक नया अड्डा बन गया है. साइट इंचार्ज अवधेश कुमार की मानें तो काम ठप रहने से यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा देर शाम तक रहता है, यदि यहां काम पूरा हो जाता तो स्थानीय लोगों की गरीबी को दूर करने में अरबन हाट मील का पत्थर साबित होता.
फिर से शुरू होगा काम: मेयर
नगर निगम के सहयोग से नगर विकास विभाग की ओर से 14वें वित्त आयोग के तहत शुरू की गई इस योजना पर 17 करोड़ खर्च करने का फैसला लिया गया था. बाद में रघुवर सरकार ने अपना फैसला बदल लिया और अरबन हाट को स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनाने का फैसला लिया, जिस पर खर्च करने का टारगेट करीब 30 करोड़ तय हुआ.
हालांकि बदली हुई योजना पर भी काम शुरू नहीं हो पाया. इधर मेयर आशा लकड़ा ने अरबन हाट का काम फिर से शुरू करने की बात कही है. उन्होंने काम बंद होने पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण कामकाज एक साल से ठप था, अब फिर शुरू किया जाएगा.