नई दिल्ली: संघ लोकसेवा आयोग ने मंगलवार को सिविल सेवा 2022 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है. जिसमें इशिता किशोर ने टाॅप किया है. ग्रेटर नोएडा की जलवायु विहार की रहने वाली इशिता इस मुकाम को हासिल करने के बाद बहुत खुश है. उनके पूरे परिवार में भी खुशी का माहौल है. उन्होंने बताया कि जैसे ही रिजल्ट आया वैसे ही आसपास के सभी लोग बधाई देने के लिए आ गए.
टॉप करने का कोई फार्मूला नहीं होताःETV भारत से बातचीत में बताया कि कड़ी मेहनत और लगभग 8 घंटे की रोजाना पढ़ाई करने के बाद इस मुकाम पर पहुंची हूं. प्रथम स्थान प्राप्त करने की सभी की इच्छा होती है. माता-पिता ने पढ़ाई करने की पूरी आजादी दी थी, जिसके बाद वह यह मुकाम हासिल कर पाए हैं. सभी लोग मेहनत करते हैं और सभी प्रथम स्थान प्राप्त करना चाहते हैं. इसका कोई फार्मूला नहीं होता है. रोजाना आपको अपनी गलतियों से सीखना पड़ता है, जो भी कमियां निकलती है उसको सही करना पड़ता है.
इशिता ने कहा कि इसका श्रेय किसी एक व्यक्ति को नहीं जा सकता. इसके लिए उनका पूरा परिवार उनके शिक्षक और उनकी मेहनत रही, जिसके कारण वह देश में प्रथम स्थान मिला है. मेरे परिवार ने मुझे असीम समर्थन दिया, भले ही मैंने प्रीलिम्स को दो बार पास नहीं किया लेकिन उन्हें मुझ पर बहुत विश्वास था. जिस तरह से उन्होंने मुझे आगे बढ़ाया और मेरे लिए चीजों को आसान बनाया, मैं उसके लिए उनकी आभारी रहूंगी.
फुटबॉल की अच्छी खिलाड़ीःइशिता के भाई इशांत हर्ष ने बताया कि वह कॉरपोरेटर एडवोकेट है. साल 2004 में उनके पिता विंग कमांडर संजय किशोर एक्सपायर हो गए थे. तब से उनकी मां ने ही बड़ी मेहनत के साथ पूरे परिवार को संभाला. उन्होंने बताया कि इशिता पहले से ही पढ़ाई में काफी तेज थी. जिसके बाद परिवार ने पूरी छूट दी और उन्होंने आज पूरे परिवार का ही नहीं, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है. इशिता ने एयर फोर्स बाल भारती स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की थी. वह फुटबॉल की अच्छी खिलाड़ी भी है.