नई दिल्ली :दिल्ली की कड़कड़ाती ठंड में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की तैयारी कर रहे छात्रों ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी के राजेंद्र नगर इलाके में केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि जिस तरह कोविड के कारण अन्य अतिरिक्त परिक्षाएं आयोजित कराई गई, उसी तरह उन्हें भी एक अतिरिक्त प्रयास मिलना चाहिए. अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण प्रोटेस्ट कर रहे छात्रों को पुलिस ने जबरन प्रदर्शन स्थल से हटा दिया. इसके अलावा कुछ छात्रों को हिरासत में भी लिया गया है.
प्रदर्शन करने वाले छात्र बताते हैं कि वह राजेंद्र नगर में शांतिपूर्ण ठंग से इस ठंड में अपना विरोध जाता रहे थे. कई दिनों से धरना दिया जा रहा है. पिछले साल से ही परीक्षार्थियों द्वारा बार-बार धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. इस प्रदर्शन में ओल्ड राजेंद्र नगर, मुखर्जी नगर समेत अन्य स्थानों पर रहने वाले परीक्षार्थी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन हमारे शांति पूर्ण प्रदर्शन को दिल्ली पुलिस ने जबरन हटाया है. छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें यहां से हटाने के लिए उनपे लाठी चार्ज किया.
महिला आयोग दिल्ली की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा कड़ाके की सर्दी में #UPSC छात्र आंदोलन कर रहे हैं. ये बच्चे कल IAS, IPS बनकर देश चलाएंगे. सरकार को इनकी मांगों पर विचार कर इनसे बात करनी चाहिए.
आप के सांसद संजय सिंह ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि UPSC के छात्र अपने मांगों के समर्थन में धरने पर बैठे हैं और मोदी की पुलिस उनको लाठी के दम पर उठाने का प्रयास कर रही है. BJP का मतलब जुर्म और अत्याचार है. योगेंद्र यादव ने लिखा कि दमन ही इस सरकार का पहला कदम है. #UPSCExtraAttempt - जिसका हल संवाद के माध्यम से किया जाना चाहिए उसके लिए पुलिस का प्रयोग करना कहां तक उचित है. प्रशांत कमल ने लिखा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के टेंट तोड़ दिए गए हैं. छात्रों के साथ धक्कामुक्की मारपीट की गई है. कई छात्रों को हिरासत में लेकर थाने में बंद कर दिया गया है. ऐसे पेश आती है दिल्ली पुलिस शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के साथ.